GURU PURNIMA  पर कलाकारों ने अपने गुरूओं को किया वंदन, जताया आभार

GURU PURNIMA  पर कलाकारों ने अपने गुरूओं को किया वंदन, जताया आभार

GURU PURNIMA  पर कलाकारों ने अपने गुरूओं को किया वंदन, जताया आभार

* बॉलीवुड रिपोर्टर

            गुरू, हमारे मार्गदर्शक होते हैं एवं टीचर्स, मेंटाॅर और काउंसलर की भूमिका निभाते हैं। वह हमें अपना ज्ञान बांटते हैं और प्रेरणादायक आदर्श होते हैं। गुरू पूर्णिमा का त्यौहार अपने जीवन में ऐसे गुरूओं के सम्मान के लिये हर साल मनाया जाता है। इस अवसर पर एण्डटीवी के कलाकार उन लोगों के बारे में बात कर रहे हैं, जो उनके मेंटाॅर रहे हैं और जिन्होंने उन्हें गहराई से प्रेरित किया है। यह कलाकार हैं दर्शन दवे (रणधीर शर्मा, ‘दूसरी माँ’), योगेश त्रिपाठी (दरोगा हप्पू सिंह, ‘हप्पू की उलटन पलटन’) और रोहिताश्व गौड़ (मनमोहन तिवारी, ‘भाबीजी घर पर हैं’)।

        दूसरी माँ के रणधीर शर्मा, यानि दर्शन दवे ने बताया, ‘‘अपने जीवन की हर अवस्था में, मेरा सौभाग्य रहा है कि मेरी माँ ने न सिर्फ मुझे मार्गदर्शन दिया, बल्कि मेरी गुरू भी रहीं। उनका अटूट समर्थन और संरक्षण मेरी यात्रा को आकार देने में महत्वपूर्ण रहा है। हालांकि, संगीत में मेरी कोशिशों पर उनका व्यापक प्रभाव अलग ही है। उन्होंने मेरा परिचय संगीत से कराया, मेरे जुनून और प्रतिभा को बढ़ावा दिया और एक समर्पित शिक्षक की तरह काम किया। मैं बड़े ही लगाव से उन अनगिनत घंटों को याद करता हूँ, जो उन्होंने विभिन्न वाद्ययंत्रों को बजाना सिखाते हुए मेरे साथ बिताए। संगीत को लेकर उनके धीरज, विशेषज्ञता और प्रेम ने ऐसा माहौल दिया, जहाँ मेरी कुशलताएं विकसित हो सकीं और मैंने संगीतमय अभिव्यक्ति की गहराई को जाना। मेरा बड़ा सौभाग्य है कि वह मेरी शिक्षक रहीं, उन्होंने मुझे मेलोडी और रिदम की बारीकियाँ सिखाईं। लेकिन मेरे गुरू के तौर पर उनकी भूमिका संगीत से आगे भी जाती है। वह मेरी ताकत रही हैं, उन्होंने जिन्दगी के सभी पहलूओं में अटूट मार्गदर्शन और संरक्षण दिया है। उनकी बुद्धि, प्रेम और समर्पण ने मेरे चरित्र को आकार दिया है और मुझे जिन्दगी के अनमोल सबक सिखाये हैं। गुरू पूर्णिमा पर मैं अपनी प्यारी माँ के प्रति हार्दिक आभार और प्रशंसा व्यक्त करता हूँ। मेरे जीवन पर उनके प्रभाव को मापा नहीं जा सकता और मेरी गुरू के रूप में उन्होंने जो अटूट सहयोग और बड़ा प्रभाव दिया है, उसके लिये मैं हमेशा आभारी हूँ।’’ 

    हप्पू की उलटन पलटन के दरोगा हप्पू सिंह, यानि योगेश त्रिपाठी ने बताया, ‘‘मैंने इंडस्ट्री में कई निर्देशकों के साथ काम किया है, लेकिन शशांक बाली जी मेरे सबसे बड़े समीक्षक और समर्थक हैं। उनके मार्गदर्शन में मुझे ‘भाबीजी घर पर हैं’ और ‘हप्पू की उलटन पलटन’ जैसे शोज में भूमिकाएं मिलीं और मेरी अभिनय कुशलताएं ज्यादा गहराई के साथ बढ़ीं। उन्होंने मुझे मार्गदर्शन की किरण दी है और अपने सबसे अच्छे स्वरूप में आने में मेरी मदद की है और आज भी शंका होने पर मैं उनसे सलाह मांगता हूँ। उनके साथ काम करने का अनुभव सीखने के लिये बेजोड़ रहा है। आज एक सफल एक्टर के रूप में मेरा उनके लिये हार्दिक आभार और मेरे सभी गुरूओं के लिये भी, जिन्होंने मुझे आकार देने वाले अनमोल सबक दिये और याद दिलाया कि मैं अपने गिलास को हमेशा आधा खाली रखूं और सीखने के नये अनुभवों के लिये खुला रहूं।’’

     एण्डटीवी के भाबीजी घर पर हैं में मनमोहन तिवारी बने रोहिताश्व गौड़ ने बताया, ‘‘गुरू पूर्णिमा के इस शुभ अवसर पर मैं रणजीत कपूर के प्रति गहराई से आभार व्यक्त करना चाहता हूँ, जिनका मेरे जीवन पर सबसे बड़ा प्रभाव रहा है। एक जाने-माने फिल्मकार और नाटककार के रूप में उनके उल्लेखनीय योगदानों को विशेष पहचान मिलनी चाहिये। उनके अटूट समर्थन के कारण नेशनल स्कूल आॅफ ड्रामा में मेरा सफर काफी सफल रहा। उनकी अमूल्य उपस्थिति के बिना मेरा जीवन कितना अलग होता, इसकी मैं थाह भी नहीं ले सकता। मेरे सामने आई हर चुनौती के वक्त वह मेरे साथ खड़े रहे और अपने निर्देशन के नाटकों में मुझे विभिन्न भूमिकाओं में लिया। उन्होंने न सिर्फ अनिश्चिता में मेरा मार्गदर्शन किया, बल्कि अपनी असली क्षमता को साधने के लिये मुझे सशक्त भी किया। उनके साथ मिलकर काम करना सीखने का एक असाधारण अनुभव था, जिसने मुझे आज एक सफल एक्टर के रूप में आकार दिया है। मैं पूरे दिल से अपनी सफलता अपने गुरू और प्रिय श्री रणजीत कपूर को समर्पित करता हूँ।’’

_देखिये ‘दूसरी माँ‘ रात 8ः00 बजे, ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ रात 10ः00 बजे और ‘भाबीजी घर पर हैं‘ रात 10ः30 बजे, हर सोमवार से शुक्रवार, सिर्फ एण्डटीवी पर!