भदोही के ग्राम भवानीपुर बरजी में श्रीमद् भागवत कथा का संगीतमय आयोजन ...

भदोही के ग्राम भवानीपुर बरजी में श्रीमद् भागवत कथा का संगीतमय आयोजन ...

भदोही के ग्राम भवानीपुर बरजी में श्रीमद् भागवत कथा का संगीतमय आयोजन ...

_भगवान केवल भाव के भूखे होते हैं – कुणाल महाराज

* भदोही संवाददाता

     भदोही : यहां के औराई क्षेत्र स्थित ग्राम भवानीपुर बरजी में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के ज्ञानयज्ञ संगीतमय प्रवचन में कथावाचक कुणाल महराज ने कहा कि परमात्मा की जिस पर दृष्टि पड़ जाती है उसका सारा पाप समाप्त हो जाता है। इसलिए भगवान ने विभिन्न अवतारों में तमाम पापियों और राक्षसों का वध करके उनको मुक्ति प्रदान किया, क्योंकि भगवान का क्रोध भी कल्याण कारी होता है।  

    महाराज ने आगे कहा कि विचारों का परिवर्तन बहुत तेजी से होता है। चाहे कोई शत्रु हो लेकिन वह कोई एक अच्छा कार्य कर दिया तो उसके प्रति भी विचार बदल जाते है। मनुष्य को जब अहंकार होता है तो भगवान उसका स्वयं नाश करते है। भगवान केवल भाव के भूखे है बिना भाव के भगवान किसी भी पूजा सामग्री बेकार है। प्रह्लाद जैसी भक्ति होने पर भगवान पत्थर में प्रकट होते है यह तभी संभव है सच्चा गुरू मिलता है, क्योंकि बिना गुरू के ज्ञान और भगवत प्राप्ति संभव नहीं है। काशी और प्रयाग के मध्य जन्म होना बड़े ही सौभाग्य की बात है। मानव जीवन के लक्ष्य को ध्यान में रखकर आत्मा को परमात्मा से मिलाने का प्रयास करना चाहिए। जब तक भगवान नहीं चाहते तब तक कोई नाच नहीं सकता ।

   उन्होंने आगे कहा कि जीव चाहे जिस देवी देवता को प्रणाम करता है वह सारा प्रणाम भगवान के चरणों में ही जाता है। इसलिए मानव को भगवान के भक्ति में सतत प्रयास करना चाहिए। लोग माया के चक्कर में लोग परेशान होकर भक्ति पूजा नहीं कर पाते। जबकि इस लोक में तो लोग चाहे जैसे रह सकते हैं लेकिन पारलौकिक कर्म भी करना चाहिए। भक्ति , ब्रह्मा के हाथ में नहीं है। भक्ति पाने के लिए भक्ति करनी पड़ेगी। जीवन में भगवान को प्राप्त करने के लिए भगवान की तरफ जाना ही पड़ेगा। भगवान की भक्ति , भाव से करें तो भगवान की कृपा अवश्य प्राप्त होगी।

   इस मौके पर राधेश्वर मिश्रा, संजय मिश्रा, राहुल मिश्रा, अभिजीत उर्फ चंदन मिश्रा,  नंदलाल पाण्डेय, वकील दूबे, वैभव, अथर्व, लल्लन दूबे समेत भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।