"नेशनल ताइक्वांडो स्पर्धा" के लिए हुसैन मेहदी का हुआ चयन

 "नेशनल ताइक्वांडो स्पर्धा" के लिए हुसैन मेहदी का हुआ चयन

 "नेशनल ताइक्वांडो स्पर्धा" के लिए हुसैन मेहदी का हुआ चयन ...

_नेशनल स्पर्धा 4-6 अक्टूबर के बीच अहमदाबाद में होगी

_प्रसिद्ध अखबार 'विकलांग की पुकार' (मुंबई) के कार्यकारी संपादक सरताज मेहदी के हैं भतीजे हैं हुसैन

* संवाददाता

   मुंबई : महाराष्ट्र शासन से मान्यता प्राप्त पत्रकार सरताज मेहदी के भतीजे हुसैन मेहदी का नेशनल स्कूल ताइक्वांडो स्पर्धा के लिए चयन हो गया है। ये नेशनल स्पर्धा 4 से 6 अक्टूबर 2023 के दौरान अहमदाबाद में होगी।

   बता दें कि हुसैन मेहदी लखनऊ के यूनिटी कॉलेज में 11 वीं कक्षा का छात्र है। उसके पिता मेहताब मेहदी बॉम्बे मर्कन्टाइल को- आपरेटिव बैंक की लखनऊ शाखा में अधिकारी हैं। हुसैन मेहदी पिछले 6 साल से चौक स्टेडियम में ताइक्वांडो का अपने कोच विकास यादव से प्रशिक्षण ले रहा है।
    ताइक्वांडो न केवल आत्मरक्षा और शारीरिक फिटनेस का एक मार्शल आर्ट है बल्कि एक खेल भी है। 2000 के सिडनी खेलों के बाद से इसे ओलंपिक खेल के रूप में शामिल किया गया है, जिससे यह दुनिया भर में और भी लोकप्रिय हो गया है।
   ताइक्वांडो उच्च, तेज़ और शक्तिशाली किकिंग तकनीकों पर जोर देने के लिए जाना जाता है, जो इसे अन्य मार्शल आर्ट से अलग करता है। इसमें हाथ से प्रहार, ब्लॉक और आत्मरक्षा तकनीकों के विभिन्न रूप भी शामिल हैं। ताइक्वांडो के अभ्यासकर्ता न केवल शारीरिक शक्ति और चपलता बल्कि मानसिक अनुशासन और आत्म-नियंत्रण भी विकसित करने का प्रयास करते हैं। यह 206 देशों में प्रचलित एक पारंपरिक कोरियाई मार्शल आर्ट है, जिसमें शारीरिक रूप से लड़ने की कला से कहीं अधिक सीखने को मिलता है। इसमें, प्रतिद्वंद्वी को मात देने के लिए हाथों और पैरों का इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन इस खेल की ख़ास पहचान इसके किक मूवमेंट का तालमेल है। इसकी उत्पत्ति कोरिया के थ्री-किंगडम युग में हुई, जब शिल्ला राजवंश के योद्धाओं, ह्वारंग ने एक मार्शल आर्ट विकसित करना शुरू किया था जिसका नाम रखा ताइक्योन ( अर्थ- "पैर-हाथ")।
   यूनिटी कॉलेज के सचिव नजमुल हसन रिजवी ने बताया कि हुसैन बेहद होनहार व मेहनती खिलाड़ी है। लखनऊ के  क्राइस्ट चर्च में संपन्न सीआईएससीई स्कूल जोनल ताइक्वांडो स्पर्धा  का फाइनल उसने धमाकेदार तरीके से जीतकर रीजनल में अपनी सीट पक्की की। रीजनल स्पर्धा आगरा में हुई, उसमें भी हुसैन मेहदी ने अपनी प्रतिभा का डंका बजवा दिया। सेमीफाइनल में मेरठ के सूरज राठी, क्वार्टरफाइनल में आगरा के अतुल यादव को तथा फाइनल में कानपुर के रुदेन्द्र दीक्षित को उसने धूल चटाकर नेशनल के लिए क्वालीफाई कर लिया। इससे लगता है कि सीआईएससीई नेशनल स्कूल  ताइक्वांडो स्पर्धा के अंडर 19 व 78 कि.ग्रा. भार वर्ग में हुसैन मेहदी को ही गोल्ड मेडल मिलेगा और उसका नेशनल चैंपियन बनने का सपना पूरा होगा।

   बता दें कि ताइक्वांडो खिलाड़ी हुसेन मेहदी, विकलांग समुदाय की सेवा में समर्पित अखबार विकलांग की पुकार के कार्यकारी संपादक सरताज मेहदी के भतीजे हैं ।

  सरताज मेहदी ने कहा कि मुझे अपने होनहार खिलाड़ी भतीजे पर गर्व है, मेरा विश्वास है कि वह जरूर ताइक्वांडो का नेशनल चैंपियन बनकर हमारे परिवार तथा हमारे वतन करारी, कौशांबी, उत्तर प्रदेश का नाम रोशन करेगा।