संसद पटल पर देशभर की नदियों के विकास से जुड़े सांसद श्री गोपाल शेट्टी के तारांकित प्रश्नों ने सदन का ध्यान किया आकर्षित

संसद पटल पर देशभर की नदियों के विकास से जुड़े सांसद श्री गोपाल शेट्टी के तारांकित प्रश्नों ने सदन का ध्यान किया आकर्षित

संसद पटल पर देशभर की नदियों के विकास से जुड़े सांसद श्री गोपाल शेट्टी के तारांकित प्रश्नों ने ध्यान किया आकर्षित

_ पत्तन, पोत परिवहन एवम् जलमार्ग मंत्री ने सूची सहित संतोषजनक उत्तर उपलब्ध कराया
 
* अमित मिश्रा


      नई दिल्ली : उद्यानों, खेल के मैदानों तथा मुंबई सहित सम्पूर्ण महाराष्ट्र को झोपड़ामुक्त कर झोपड़ाधारकों को पक्के मकान दिलाने के लिए लगातार प्रयास, सफल संघर्ष और हरप्रकार से जद्दोजहद करनेवाले अपने विजन को समर्पित उत्तर मुंबई के लोकप्रिय सांसद श्री गोपाल शेट्टी ने आज संसद पटल पर देशभर की नदियों के विकास को लेकर तारांकित प्रश्नों द्वारा माननीय सदन और संबंधित विभाग के मंत्री जी का ध्यानाकर्षित किया।
     सांसद श्री शेट्टी ने सदन में माननीय पत्तन, पोत परिवहन एवम् जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानन्द सोनोवाल के विभाग से जुड़ा सवाल संसद पटल पर रखा कि क्या सरकार द्वारा राष्ट्रीयकरण हेतु प्रस्तावित देशभर की कुल 111 नदियों में से किसी नदी के विकास में कोई प्रगति की सूचना मिली है? 
 सांसद श्री शेट्टी के तारांकित सवालों के क्रम में इसी से जुड़ा अगला सवाल था कि अगर उत्तर हां है तो तत्संबंधी ब्योरा क्या है और किन-किन नदियों को विकास के लिए चुना गया है ? उन नदियों के विकास के लिए कौन-कौन से कार्य प्रस्तावित हैं अथवा किए गए हैं और उक्त नदियों के राष्ट्रीयकरण में क्या आपत्तियां व्यक्त की गई हैं ?
   सांसद श्री गोपाल शेट्टी के सवालों को लेकर मंत्री श्री सर्बानन्द सोनोवाल ने स्पष्ट किया कि नदियों के माध्यम से देश में अंतर्देशीय जल परिवहन को बढ़ावा देने के लिए पूर्व में अधिसूचित 05 राष्ट्रीय जलमार्गों ( रा.ज.) सहित 111 जलमार्गों को राष्ट्रीय जलमार्ग अधिनियम 2016 के अंतर्गत "राष्ट्रीय जलमार्ग" के रूप में घोषित किया गया है ।
  111 राष्ट्रीय जलमार्गों की सूची (अनुबंध_1) माननीय सदन में उपलब्ध कराते हुए मंत्री जी ने स्पष्ट किया कि तकनीकी-आर्थिक अध्ययन के परिणाम और इन जलमार्गों की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) के आधार पर 26 राष्ट्रीय जलमार्गों की परियोजना, जो कार्गो और यात्री आवागमन के लिए व्यवहार्य पाए गए थे , उनके लिए कार्य योजना तैयार कर ली गई है। 
      विकास के लिए चयनित 26 राष्ट्रीय जलमार्गों की सूची ( अनुबंध 2) भी इस दौरान माननीय मंत्री जी ने प्रदान की। मंत्री जी ने सांसद श्री गोपाल शेट्टी के तारांकित प्रश्न के जवाब में सूची (अनुबंध तीन) भी उपलब्ध कराई जिसमें 18 राष्ट्रीय जलमार्गों पर शुरू किए गए कार्यों का संपूर्ण ब्यौरा है।

  इसी के साथ साथ मंत्री जी ने यह भी स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय जलमार्ग विधेयक करते समय सभी 24 राज्य सरकारों से उनके सभी राज्य जलमार्गों की सूची उपलब्ध कराने तथा उन्हें राष्ट्रीय जलमागों के रूप में घोषित करने के लिए अपनी सहमति देने का अनुरोध किया गया था। मध्य प्रदेश राज्य सरकार द्वारा उनके जलमार्ग को राष्ट्रीय जलमार्ग के रूप में घोषित करने के लिए आपत्ति की गई थी तदनुसार यथोचित परिश्रम के अनुसार मध्यपदेश के जल मार्गों को छोड़कर 111 जलमार्गों को राष्ट्रीय जलमार्ग अधिनियम 2016 द्वारा "राष्ट्रीय जलमार्ग" के रूप में घोषित किया गया है। मंत्री जी ने इन सभी नदियों की सूची भी उपलब्ध कराई है।