वित्त वर्ष 2022 में रोजगार के अवसरों में उल्लेखनीय वृद्धि: टैलेंट इनसाइट रिपोर्ट

वित्त वर्ष 2022 में रोजगार के अवसरों में उल्लेखनीय वृद्धि: टैलेंट इनसाइट रिपोर्ट

वित्त वर्ष 2022 में रोजगार के अवसरों में उल्लेखनीय वृद्धि: टैलेंट इनसाइट रिपोर्ट

* विशेष संवाददाता

     वित्तीय वर्ष 2021 की तुलना में वित्तीय वर्ष 2022 में रोजगार के अवसरों और नौकरियों की संख्या उल्लेखनीय ढंग से बढ़ी है। 2022 के अप्रैल-मई में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में इसमें बड़ा उछाल आया है। इस बात का खुलासा भारत के दूसरे सबसे बड़े जॉब सर्च प्लेटफॉर्म शाइन डॉटकॉम (Shine.com) की नई ‘टैलेंट इनसाइट्स’ रिपोर्ट से हुआ है। यह रिपोर्ट तेजी से वृद्धि कर रहे भारत के बाजार में रोजगार के आशाजनक, लेकिन अहम प्रचलनों का खुलासा करती है। शाइन डॉटकॉम ने ने इस रिपोर्ट को बनाने के लिये अपने बेजोड़ नेटवर्क, डाटा की भारी संपन्नता और रोजगार बाजार की गहरी समझ का इस्तेमाल किया है।

   इसके अलावा, रिपोर्ट में यह भी पता चला है कि 48% कंपनियाँ 2022-23 में ऑफिस से काम शुरू करना चाहती हैं, जबकि 40% को हाइब्रिड मॉडल पसंद है और बाकी 12% कंपनियाँ वर्क-फ्रॉम-होम से खुश हैं। इसके अलावा, रिपोर्ट ने नियुक्ति के प्रचलनों में उल्लेखनीय बदलाव पर रोशनी डाली है। 81% कंपनियों ने माना कि नॉन-मेट्रो कस्‍बों में नियुक्ति बढ़ी है। इसका मुख्य कारण है दूर से काम करने की सुविधा और ऑफिसों का खर्च बचाने और विस्तार की संभावनाओं के लिये उनका नॉन-मेट्रो क्षेत्रों में जाना। नियुक्ति का यह प्रचलन नये जमाने के स्टार्ट-अप्स के मामले में उल्लेखनीय तौर पर ज्यादा प्रबल है।

  शाइन डॉटकॉम के सीईओ अखिल गुप्ता ने कहा, “हम अपने एचआर पेशेवरों के व्यापक नेटवर्क को धन्यवाद देते हैं, जिन्होंने अपनी मूल्यवान जानकारियाँ साझा की हैं और पहली मिंट + शाइन टैलेंट इनसाइट्स को लॉन्च करने में हमारी मदद की है। यह रिपोर्ट न केवल क्षेत्रों और सेक्टरों में नियुक्ति के प्रचलन बताती है, बल्कि प्रतिभा अनुशय (टैलेंट एट्रिशन) और वेतन में बढ़ोतरी जैसे सौम्‍य पहलूओं को भी शामिल करती है। हम बीतते समय के साथ इसे विकसित करने और ज्यादा प्रासंगिक जानकारियाँ लाने की आकांक्षा रखते हैं, ताकि एचआर समुदाय और नौकरी चाहने वालों को समान रूप से फायदा मिले।‘’

   रिपोर्ट का वेतन बढ़ोतरी खण्ड पेशेवरों और नौकरी चाहने वालों के लिये उसका सबसे अच्छा हिस्सा है। शाइन डॉटकॉम की ‘टैलेंट इनसाइट्स’ रिपोर्ट के मुताबिक, चार में से तीन मामलों में कर्मचारी इस वित्तीय वर्ष में अपने वेतन में दहाई अंकों में वृद्धि की उम्‍मीद कर सकते हैं, जबकि एक-तिहाई मामलों में वेतन में 20% से ज्यादा बढ़ोतरी की भविष्यवाणी है।

   यह रिपोर्ट क्षेत्रीय, राज्य, शहर और सेक्टर के मामले में नियुक्ति के तेजी से बदल रहे प्रचलनों और आधुनिक रोजगार बाजार पर हावी कुशलता के महत्वपूर्ण क्षेत्रों तथा प्रोफाइल्स पर भी रोशनी डालती है। इसकी एक झलक नीचे दी जा रही है:

रोजगार के अवसरों में क्षेत्रीय और प्रांतीय योगदान: वित्तीय वर्ष 21 बनाम 22:

   शाइन डॉटकॉम की रिपोर्ट के अनुसार, रोजगार के अवसरों में क्षेत्रीय योगदान पिछले दो वर्षों में लगभग समान रहा है। इसमें सबसे ज्यादा 41% हिस्सेदारी दक्षिण की है। उसके बाद उत्तर (26%), पश्चिम (19%) और पूर्व (13%) का नंबर आता है।

   प्रांतीय योगदान के मामले में टॉप तीन राज्य हैं महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु, जो इस अवधि में अपनी वही स्थिति बनाये हुए हैं। यह ध्‍यान रखना महत्वपूर्ण है कि रोजगार के कुल अवसरों में से एक-तिहाई से ज्यादा इन राज्यों से आते हैं।

  इसी प्रकार मेट्रो कस्बों (40%) ने रोजगार बाजार में बड़ी हिस्सेदारी पाई है। हालांकि वित्तीय वर्ष 22 के रोजगार बाजार में 1 लाख से कम आबादी वाले कस्बों की हिस्सेदारी भी बढ़ी है।

रोजगार के सेक्टर-आधारित अवसर: वित्तीय वर्ष 21 बनाम 22:

  रोजगार के अवसरों में आईटी सेक्टर का योगदान सबसे ज्यादा बना हुआ है, लेकिन पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में इसमें थोड़ी गिरावट आई है। हालांकि विनिर्माण के सेक्टर की तुलना में यह कुछ नहीं है, जिसमें 11% की बड़ी गिरावट आई है।

  दूसरी ओर, बैंकिंग, वित्तीय सेवा एवं बीमा सेक्टर (बीएफएसआई) ने इस मामले में अच्छी बढ़त बनाई है और रोजगार के कुल अवसरों में 6% वृद्धि दर्ज की है। इसके अलावा निर्माण, भर्ती, शिपिंग और शिक्षा के सेक्टर का रोजगार के कुल अवसरों में योगदान भी बढ़त पर है।

अग्रणी रोजगार बाजार और शहर-वार प्राथमिकता:

   शाइन डॉटकॉम की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में आधे रिक्रूटर्स बेंगलुरु को अव्वल दर्जे का रोजगार बाजार मानते हैं। हालांकि, शहर-आधारित नियुक्ति की प्राथमिकताओं के मामले में बेंगलुरु, दिल्ली एनसीआर और मुंबई का पक्ष लगभग समान रूप से लिया जाता है। इन तीन उच्च-स्तरीय शहरों के अलावा चेन्नई और जयपुर भी तेजी से आज के रिक्रूटर्स की आँखों का तारा बन रहे हैं।

मांग में रहने वाले कौशल बनाम प्रचलित प्रोफाइल्स:

  सभी सेक्टरों, जैसे एमएनसी, कॉर्पोरेट्स, स्टार्ट-अप्स और अन्य में डिजिटल मार्केटिंग (38%) सबसे ज्यादा मांग वाला कौशल है। इसके बाद प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेस (आईटी पाइथन), क्लाउड कंप्यूटिंग और डेवऑप्स का नंबर आता है, जबकि तीसरा सबसे लोकप्रिय कौशल है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग में विशेषज्ञता। दूसरी ओर, रोजगार के सबसे महत्वपूर्ण प्रोफाइल के मामले में सबसे ऊपर है डाटा साइंटिस्ट (50%)। इसके बाद क्लाउड आर्किटेक्ट (20%) और ब्लॉकचेन इंजिनियर (10%) का नंबर आता है।