अभिषेक बच्चन, वाणी कपूर, तमन्नाह भाटिया, तापसी पन्नू  की उपस्थिति में शुरू हुआ "इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न2022 "

अभिषेक बच्चन, वाणी कपूर, तमन्नाह भाटिया, तापसी पन्नू  की उपस्थिति में शुरू हुआ "इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न2022 "

अभिषेक बच्चन, वाणी कपूर, तमन्नाह भाटिया, तापसी पन्नू  की उपस्थिति में "इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न 2022 " की रंगारंग शुरुवात

* बॉलीवुड रिपोर्टर 

         इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न 2022 समारोह , की भारतीय सिनेमा के सितारों की उपस्थिति में मेलबर्न, ऑस्ट्रेलिया में एक प्रतिष्ठित ऐतिहासिक स्थल पर हरी झंडी दिखाकर शुरुआत हुई। यह समारोह अपने 13वें वर्ष में प्रविष्ट हुआ है।

     फेस्टिवल की दो साल की प्रोग्रामिंग के बाद जो कोविद काल में केवल ऑनलाइन ही हो रहा था ,अब यह फेस्टिवल भौतिक रूप से वापस लौट आया है । यह उत्सव आज से शुरू हो रहा है और 20 अगस्त को समाप्त होगा।

    समारोह के आधिकारिक लॉन्च अवसर पर अभिषेक बच्चन, तापसी पन्नू, वाणी कपूर, तमन्नाह भाटिया, शेफाली शाह, गायिका सोना महापात्रा, फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप, कबीर खान, अपर्णा सेन, निखिल आडवाणी और शूजीत सरकार मौजूद थे। 

      अभिनेताओं ने इस साल के कार्यक्रम की घोषणा करने के लिए विशेष दर्शकों की उपस्थिति में मंच पर कदम रखा। समारोह में तापसी पन्नू की दोबारा ओपनिंग नाइट फिल्म है। इसके अलावा 120 से अधिक फिल्मों की स्क्रीनिंग के अलावा अन्य रोमांचक कार्यक्रम भी समारोह में शामिल हैं। स्वतंत्रता दिवस समारोह, अन्य विशेष रूप से क्यूरेट किए गए कार्यक्रमों के बीच पैनल चर्चाओं की एक श्रृंखला भी समारोह में शामिल होगी ।

       अभिषेक बच्चन ने कहा इस अवसर पर कहा कि "आखिरकार मैं यहां मेलबर्न में हूं और मुझे यह बेहद पसंद आ रहा है। मैं समारोह दोबारा देखने के लिए अत्यधिक उत्सुक हूं। मेरे लगभग पूरे परिवार ने यहां भारत का प्रतिनिधित्व किया है और मुझे इस पर बहुत गर्व है। मैं सभी समारोहों का हिस्सा बनने के लिए भी उत्सुक हूं और मुझे यहां आने के लिए मैं सरकार और मीतू को धन्यवाद देता हूं। मुझे यहां लीडरशिप इन सिनेमा अवार्ड दिया जा रहा है, ये मुझे बहुत अच्छा लग रहा है।" 

       इस फेस्टिवल में साउथ और हिंदी फिल्म डिबेट के बारे में पूछे जाने पर तमन्नाह ने कमेंट किया कि, "मुझे लगता है कि यह बातचीत भारत के लिए अद्वितीय है। जब भी मैं विदेश यात्रा करती हूं तो मैंने कभी लोगों को भेद करते नहीं सुना, वे इसे भारतीय सिनेमा कहते हैं। और यहाँ IFFM में भी ऐसा ही है। मुझे लगता है कि दर्शक अखिल भारतीय फिल्में देखना चाहते हैं और इस तरह की और कॉन्टेंट बनाई जा रही है और सभी की प्रशंसा हो रही है।"