सांसद श्री गोपाल शेट्टी ने लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला जी को दिया निवेदन

सांसद श्री गोपाल शेट्टी ने लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला जी को दिया निवेदन

 सांसद श्री गोपाल शेट्टी ने लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला जी को दिया निवेदन....

   _ भारत रत्न पूर्व प्रधान मंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयीजी की प्रतिमा स्थापित करने में देरी और कठिनाई पैदा करानेवाले  अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग 

* अमित मिश्रा

नई दिल्ली :  उत्तर मुंबई के सांसद गोपाल शेट्टी ने भारत रत्न पूर्व प्रधान मंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयीजी की प्रतिमा स्थापित करने में देरी कराने और कठिनाई पैदा करनेवाले महाराष्ट्र राज्य के कुछ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए एक निवेदन दिया है।
    बता दें कि श्री शेट्टी के अथक प्रयासों के कारण ही उत्तर मुंबई के कांदिवली पूर्व में भव्य खेल परिसर का नाम बदलकर श्री अटल बिहारी वाजपेयी राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र किया गया। तत्पश्चात सां.गोपाल शेट्टी ने निर्णय लिया कि उसी परिसर में भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की एक भव्य आदमकद प्रतिमा स्थापित की जानी चाहिए।

    सांसद गोपाल शेट्टी ने दिसंबर  २०२१ में प्रतिमा स्थापित करने के लिए आवश्यक विभिन्न अनुमतियों में से १४ एन ओ सी प्रमाण पत्र और अनुमति पत्र भी प्राप्त किए।  लेकिन तत्कालीन महाराष्ट्र राज्य की महा विकास अघाड़ी सरकार और अधिकारियों ने अज्ञात कारणों से  प्रतिमा स्थापित करने में कठिनाई पैदा की।

    सांसद श्री शेट्टी ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि "देश के तत्कालीन खेल और युवा मंत्री श्री किरण रिजिजू ने १४ जुलाई, २०२० को भारत के महान सपूत भारतरत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयीजी की एक भव्य आदमकद प्रतिमा स्थापित करने की अनुमति दी थी। लेकिन केंद्रीय मंत्री  द्वारा अनुमति देने के बावजूद, महाराष्ट्र राज्य के मैंने विभिन्न विभागों से कुल १४ एनओसी भी लेनी पड़ी जो मैंने लिया भी। राज्य सरकार के राजस्व सचिव श्री नितिन करीर, तत्कालीन मुख्यमंत्री के सचिव आशीष कुमार सिंह और राज्य के मुख्य सचिव मनुकुमार श्रीवास्तव के साथ मेरी प्रत्यक्ष संयुक्त बैठक भी हुई ,लेकिन यह बहुत ही दु:खद और आश्चर्यजनक है कि बैठक के बाद भी इन तीनों अधिकारियों ने मुझे आज तक बैठक के अंतिम निर्णय की जानकारी तक नहीं दी। 

     श्री शेट्टी के अनुसार मैंने बार-बार उनसे फोन पर और व्यक्तिगत रूप से उनके कार्यालय में मिलने की भी कोशिश की  लेकिन आज तक उन्होंने अंतिम निर्णय पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। दरअसल, यह घटना एक सांसद के संवैधानिक पद का अपमान है।"

   सांसद श्री गोपाल शेट्टी ने पत्र में आगे उल्लेख किया है कि " विश्व नेता भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की पूर्ण आकृति वाली आदमकद प्रतिमा के निर्माण में महाराष्ट्र के इन तीन अधिकारियों द्वारा विलंब के लिए, एक सांसद जैसे संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति को ठीक से जवाब न देने के लिए सांसद के विशेषाधिकार के हनन के संबंध में महाराष्ट्र राज्य के इन तीनों अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए।"