गरुड़ के भगवान विष्णु का प्रिय वाहन बनने की कहानी
सोनी सब का शो ‘धर्म योद्धा गरुड़’ ...
गरुड़ के भगवान विष्णु का प्रिय वाहन बनने की कहानी
* बॉलीवुड रिपोर्टर
सोनी सब का पौराणिक ड्रामा ‘धर्म योद्धा गरुड़’ सर्वशक्तिमान गरुड़ एवं उनकी बहादुरी भरे कारनामों की कहानियों के साथ अपने दर्शकों को लुभाता रहा है। आगामी एपिसोड्स दर्शकों के लिये बेहद मजेदार होने वाला है, क्योंकि उन्हें अब यह जानने का मौका मिलेगा कि गरुड़ भगवान विष्णु का प्रिय वाहन कैसे बने।
ऐसा कहा जाता है कि गरुड़ ने अपने समर्पण, विनम्रता और शक्तियों के जरिये भगवान को प्रसन्न किया और उनका प्रिय वाहन बनने की प्रतिष्ठा प्राप्त की। कादरू की गुलामी से परेशान गरूड़ अपनी मां को दासता के बंधनों से मुक्त कराना चाहता था और इसके लिये वह स्वर्ग से अमृत लाने के लिये निकल पड़ता है। इस दौरान देवताओं और गरुड़ में भीषण युद्ध हुआ और आखिरकार उसे अमृत मिल गया। जब गरुड़ अमृत कलश को लेकर नागों के पास जा रहा होता है, तो रास्ते में उसका सामना भगवान विष्णु से होता है, जो उसकी परीक्षा लेने की सोचते हैं। भगवान विष्णु गरुड़ से दो बूंद अमृत पीने के लिये कहते हैं, जो उसे हमेशा के लिये अमर बना देगा और उसकी शक्तियों को बढ़ा देगा। लेकिन गरुड़ अमृत पीने से मना कर देता है और कहता कि उसका एकमात्र उद्देश्य उस अमृत को कादरू को सौंपना है, क्योंकि उसने अमृत के बदले उसकी मां विनता को अपनी गुलामी से आजाद करने का वादा किया है। गरुड़ के इस नि:स्वार्थ भाव से प्रसन्न होकर विष्णु जी ने उसे अमरता का वरदान देते हैं और साथ ही उससे अपना वाहन बनने का अनुरोध किया, जिसे गरुड़ सहर्ष स्वीकार कर लेता है।
शो की इस अद्भुत कहानी के बारे में बताते हुये फैज़ल खान जो कि गरुड़ का किरदार निभा रहे हैं ने कहा, “अमृत कलश लेकर नागों के पास जाते समय भगवान विष्णु से गरुड़ की मुलाकात को पौराणिक कथाओं में बेहद खूबसूरती से प्रस्तुत किया गया है। यह उसकी सबसे बड़ी परीक्षा है और यहीं से उसके जीवन का उद्देश्य पूरी तरह से बदल जाता है। कई तरह के प्रलोभन दिये जाने के बावजूद, गरुड़ हमेशा ही अपने काम के प्रति समर्पित और अडिग रहा है। मैं एक ऐसे किरदार को निभाकर बेहद आभारी महसूस कर रहा हूं, जिसने माइथोलॉजी के प्रति मेरी धारणा को पूरी तरह से बदल कर रख दिया है।
_देखिये ‘धर्म योद्धा गरुड़’, सोमवार से शनिवार, शाम 7:30 बजे सिर्फ सोनी सब पर !