हिमानी शिवपुरी बता रहीं हैं क्या है उनके लिये सफलता के मायने

हिमानी शिवपुरी बता रहीं हैं क्या है उनके लिये सफलता के मायने

हिमानी शिवपुरी बता रहीं हैं क्या है उनके लिये सफलता के मायने

* रिपोर्टर

      हिमानी शिवपुरी फिलहाल एण्डटीवी की घरेलू काॅमेडी ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ में कटोरी अम्मा की भूमिका निभा रही हैं। उन्हें कई रिकाॅर्डतोड़ ब्लाॅकबस्टर्स फिल्मों में अपनी दमदार भूमिकाओं के लिये जाना जाता है।  अपनी बेजोड़ प्रतिभा से उन्होंने दुनियाभर के दर्शकों को आकर्षित किया है। उनके उम्दा अभिनय कौशल ने कईयों को उनकी अदाकारी का मुरीद बनाया है और उन्होंने करोड़ों प्रशंसकों के दिल जीते हैं। एक बेबाक बातचीत में उन्होंने अभिनय की कला से अपने गहरे लगाव और एक कलाकार के तौर पर अपने लिये सफलता के मायनों पर खुलकर बात की। प्रस्तुत है उनसे हुई बातचीत के कुछ प्रमुख अंशः 

* आपने किस कारण से एक्टिंग को अपने कॅरियर के तौर पर चुना?

- उत्तराखण्ड के दून स्कूल में पढ़ते वक्त ड्रामा के लिये मेरा जुनून बढ़ने लगा था और मैं थियेटर की गतिविधियों में सक्रियता से भाग लेती थी। केमिस्ट्री में एमएससी करने के दौरान, हमारे काॅलेज में नेशनल स्कूल आॅफ ड्रामा (एनएसडी) का एक वर्कशाॅप हुआ। उस पल मुझे लगा कि ऐक्टिंग ही मेरा रास्ता है और मैंने उसमें कॅरियर बनाने का फैसला किया और मैं यही चाहती थी। मैं प्रतिष्ठित नेशनल स्कूल आॅफ ड्रामा में गई और इस तरह एक्टर के तौर पर मेरे सफर की शुरूआत हुई। 

* एक कलाकार के तौर पर आप निजी तरीके से सफलता को कैसे परिभाषित करती हैं?

- मेरे लिये, एक कलाकार के तौर पर वास्तविक सफलता दर्शकों से मिलने वाले प्यार और सराहना में बसती है। कलाकार होने के नाते हम अपने दर्शकों का मनोरंजन करने और उन्हें प्रभावित करने की कोशिश करते हैं और जब वे तालियों के साथ प्रतिक्रिया देते हैं, तब एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मिलती है। सफलता का मतलब है लोगों से जुड़ना और अपनी कला और काम से उनके दिल को छूना।

*  अभिनय के किस पहलू से आपको सबसे ज्यादा आनंद मिलता है?

- मेरे हिसाब से, दूसरों को प्रभावित करने की क्षमता बहुत मायने रखती है। एक्टर के तौर पर मुझे विभिन्न मंचों, जैसे कि टेलीविजन, थियेटर, स्ट्रीमिंग सर्विसेस और सोशल मीडिया पर अपनी कला के माध्यम से अपने दर्शकों को प्रेरित करने का मौका पाने में बड़ा गर्व होता है। यह जानकर बहुत संतुष्टि मिलती है कि मेरे परफाॅर्मेंस से प्रेरणा की एक चिंगारी बन सकती है और मेरे काम को देखने वालों की जिन्दगी पर असर पड़ सकता है। 

* आपके कॅरियर में अब तक की कौन-सी भूमिका आपको सबसे ज्यादा पसंद हैै?

- इस सवाल का जवाब देना एक चुनौती है, क्योंकि स्क्रीन या थियेटर्स में मैंने जो भी किरदार निभाया है, उसका एक भावनात्मक महत्व है। हालांकि मैं अपने कुछ फेवरेट्स के बारे में बताकर खुश हो सकती हूँ। ऐसी ही एक यादगार भूमिका है ‘हमराही’ फिल्म में देवकी भौजाई, जिसके गहराई और बारीकियों से भरे किरदार में मैंने खुद को डुबो दिया और मेरे भीतर कई तरह की भावनाएं उमड़ने लगीं। एक और यादगार भूमिका है मेरी प्यारी क्लासिक फिल्म ‘हम आपके हैं कौन?’ की रज़िया बेगम की, जिसमें मेरा किरदार मजबूत इच्छाशक्ति वाला और असरदार था और उसने दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई। इसके अलावा, सदाबहार ब्लाॅकबस्टर ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ में कम्मो के प्यार से भरे किरदार ने मुझे मासूमियत और खूबसूरती का एक खुशनुमा संगम दिखाने की इजाजत दी। आखिर में, ‘हप्पू की उलटन पलटन’ में कटोरी अम्मा के किरदार को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। कटोरी अम्मा अपने बेटे हप्पू का मूड भांप जाती है और उन दोनों के बीच दिल को छूने वाली बातचीत होती है। उनकी गड़बड़ियाँ देखने में मजा आता है। वे भारतीय टेलीविजन पर माँ-बेटे की एक असामान्य, लेकिन प्यारी जोड़ी बनाते हैं। हर किरदार ने एक कलाकार के तौर पर मेरे सफर को समृद्ध बनाया है और दर्शकों पर लंबे वक्त तक छाप छोड़ी है।

 * आपका पसंदीदा जोनर कौन-सा है?

- मैं खुद को किसी एक जोनर में सीमित नहीं रखती हूँ। मुझे विभिन्न जोनर्स में डूब जाने से बड़ा मजा और संतोष मिलता है। चाहे काॅमेडी का हल्का-फुल्का अंदाज हो, नाटक की तीव्रता या रोमांचक कहानी का रहस्य, मुझे विभिन्न भूमिकाओं को निभाना और अपनी विविधता दिखाना अच्छा लगता है। हर जोनर की अपनी चुनौतियाँ और मांग होती है, जिससे मुझे लगातार अपनी सीमाओं से बढ़कर काम करने और कलाकार के तौर पर विकसित होने का मौका मिलता है। विभिन्न जोनर्स में अनुभवों और भावनाओं की पूरी सीमा मुझे आकर्षित करती है और ऐक्टिंग के लिये मेरे जुनून को जिंदा रखती है। चाहे काॅमेडी हो, ड्रामा या थ्रिलर, मुझे खुद को मिलने वाली हर चीज में हाथ आजमाना पसंद है। 

* क्या आप अपने काम का सबसे चुनौतीपूर्ण पहलू बता सकती हैं?

 - सार्वजनिक जीवन में होने के सबसे मुश्किल पहलूओं में से एक है ट्रोल्स और आलोचना का सामना करना। आप कुछ भी करें, लोग हमेशा अपनी राय जरूर रखेंगे। फीडबैक पाॅजिटिव या निगेटिव हो सकता है, लेकिन मैं दोनों को ही स्वीकार करती हूँ। सकारात्मक आलोचना से निजी और पेशेवर तरक्की होती है और मैं इसका इस्तेमाल एक इंसान और कलाकार के तौर पर और बेहतर बनने के लिये करती हूँ।

*  आप पर सबसे ज्यादा किसका प्रभाव रहा है?
- मेरे दिवंगत पति ज्ञान शिवपुरी का मेरे जीवन और कॅरियर पर सबसे बड़ा प्रभाव रहा है। उन्होंने नाटकों और थियेटर की आराम वाली जिन्दगी से मुझे बाहर निकालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और बाॅलीवुड फिल्मों में आने के लिये प्रोत्साहित किया। उनसे लगातार प्रेरणा मिलने और मेरी क्षमताओं पर उनके भरोसे ने मुझे नये मौके अपनाने और फिल्म इंडस्ट्री का रोमांचक सफर शुरू करने की प्रेरणा दी।

* एक्टिंग के अलावा, कोई ऐसे काम हैं, जिनमें आप हाथ आजमाने की इच्छा रखती हैं?
- एक्टिंग के अलावा, राइटिंग और डायरेक्टिंग मेरे असली जुनून हैं। मैं पूरे दिल से नए-नए रचनात्मक कामों को एक्स्प्लोर करती हूं, और खुद को केवल उन चीजों में बांधकर नहीं रखती जिसका अनुभव मैं पहले कर चुकी हूं। इसलिये, मुझे जब भी वक्त मिलता है, मैं अपने पैशन को फाॅलो करती हूँ।  

* कैमरा के साथ शुरूआती अनुभव कैसा था?
- किसी भी एक्टर की तरह, मुझे डर लगा और आशंका हुई। नाटकों के मंचन में कुशल होने के बावजूद, कैमरा के सामने परफाॅर्म करने की सोचकर मैं नर्वस हो गई। फिर भी, मैं अपने निर्देशक और सहयोगी साथी-कलाकारों की बहुत शुक्रगुजार हूँ, क्योंकि उनके मार्गदर्शन और प्रोत्साहन ने मुझे घबराहट के पलों से बाहर निकाला।

* हमें अपने परिवार के बारे में बताइये। परिवार में आपका सबसे भरोसेमंद कौन है और क्यों?

- मेरा परिवार बहुत सहयोगी रहा है और खुशी और चुनौती के पलों में मेरे साथ खड़ा रहा है। जब दुर्भाग्य से मेरे पति का निधन हो गया, तब मेरे माता-पिता ने मेरी पूरी देखभाल की और मेरा बेटा मेरी प्रेरणा बन गया और मैं जिन्दगी को गले लगाने के लिये तैयार हो गई। वक्त मुश्किल था, लेकिन मेरे परिवार ने मुश्किलों को संभालने में बड़ी भूमिका निभाई। 

_हिमानी शिवपुरी को कटोरी अम्मा की भूमिका में देखिये, एण्डटीवी के शो ‘हप्पू की उलटन पलटन’ में, हर सोमवार से शुक्रवार रात 10ः00 से 10ः30 बजे तक!