किचन में पत्नीयों को मिल रहा पती का साथ : इमामी सर्वे
किचन में पत्नीयों को मिल रहा पती का साथ : इमामी सर्वे
~ हफ्ते में चार से पांच बार खाना पकाने में हाथ बंटाते हैं; आपसी मेलजोल और प्यार को बढ़ावा मिला
.* बिजनेस रिपोर्टर
मुंबई : 74% विवाहित पुरुष हफ्ते में कम से कम चार से पांच बार खाना पकाने में अपनी पत्नी का हाथ बंटाते हैं। इस बात का खुलासा इमामी मंत्रा मसाला द्वारा किए गए एक सर्वे से हुआ है। कोरोना के दौरान या कोरोना के बाद पहली बार खाना पकाने के लिए 66% पतियों ने किचन में प्रवेश किया। सर्वे में शामिल 93% लोगों का मानना था कि परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर खाना पकाने से आपसी मेलजोल और प्यार को बढ़ावा मिला है। इमामी मंत्रा मसाला ने उपभोक्ताओं के व्यवहार संबंधी ट्रेंड्स को समझने के लिए, क्राउनइट मार्केट रिसर्च के साथ मिलकर किचन ट्रेंड्स पर एक विस्तृत उपभोक्ता सर्वेक्षण किया। इस सर्वे को 1000 से अधिक घरों में संचालित किया गया। इस सर्वे में 35 साल की उम्र के पुरुषों एवं महिलाओं ने भाग लिया। इसमें भारत के उच्च एवं मध्यम वर्ग के, विवाहित और अविवाहित परिवार, जो कि विभिन्न कार्यक्षेत्रों से हैं उन्होंने भाग लिया।
इस सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार कोरोना से पहले की तुलना में अब 97% परिवार खाना पकाने के लिए स्वास्थ्यवर्धक सामग्रियों का इस्तेमाल कर रहे हैं। सर्वे में शामिल 95% परिवारों का कहना है कि कोरोना के बाद उनके घर के बने खाने में विविधता आई है। 92% लोगों ने संकेत दिया कि वह मसालों की अलग-अलग किस्मों का ज्यादा प्रयोग कर रहे हैं।
इस सर्वे में कोरोना से पहले और कोरोना के बाद घरों में प्रॉडक्ट्स की खपत में भी बदलाव पर ध्यान दिया गया। 88% घरों से यह संकेत मिला कि वह अब ताजे फल और सब्जियां ज्यादा खाने लगे हैं। 53% घरों में फ्रोजन फूड की खपत बढ़ने का संकेत मिला साथ ही 74% घरों में कहा गया कि उनके यहां रेडी टु कुक प्रॉडक्ट्स की खपत बढ़ गई है। 65% घरों ने बताया कि उनके यहां कुकिंग सॉसेज और पेस्ट की खपत बढ़ गई है। 70% घरों ने जानकारी दी कि उनके यहां पिसे हुए मसालों के पैकेट की खपत बढ़ी है।
इमामी एग्रोटेक लिमिटड के मार्केटिंग प्रेसिडेंट श्री देबाशीष भट्टाचार्य ने कहा कि “सर्वे से मिले परिणाम बहुत ही जानकारीप्रद हैं। इससे ऐसे आंकड़े सामने आए हैं जोकि उपभोक्ताओं के लिए दिलचस्प होने के साथ ही मंत्रा मसाला के लिए काफी उपयोगी भी होंगे। परिवार के पुरुष सदस्यों की किचन में बढ़ती दिलचस्पी अच्छा संकेत हैं और इससे पति पत्नी के रिश्ते में सुधार लाने में भी मदद मिल रही है और साथ ही परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर खाना पकाने से आपसी मेलजोल और प्यार को बढ़ावा मिला है।"
उन्होंने आगे कहा कि, "80% परिवारों में जहां मसाला घर पर पीसा जाता है, वे सर्वश्रेष्ठ सुगंध पाने के लिए ऐसा करते हैं- मंत्रा मसाला को क्रायो टेक्नोलॉजी (शून्य से -50 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर मसाला पीसना) का इस्तेमाल कर प्रोसेस किया जाता है और जिस से बेहतरीन सुगंध, रंग और स्वाद बरकरार रहता है। 98% प्रतिभागियों ने स्पष्ट इरादा जाहिर किया कि वे मसाले का पैक तब जरूर खरीदेंगे जब उसमें जिप लॉक होगा – मंत्रा मसाला के पिसे हुए मसाले ग्राहकों की सुविधा के लिए जिप-लॉक के साथ आते हैं। सर्वे में शामिल 26% लोगों ने क्रायोजेनिक ग्राइंडिंग टेक्नोलॉजी को लेकर जागरुकता दिखाई है – यह काफी प्रोत्साहक है और, हम आगे भी अपनी विभिन्न मार्केटिंग गतिविधियों के माध्यम से, ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों को शिक्षित करने की कोशिश करेंगे ताकि वे भी मंत्रा की गुणवत्तापूर्ण पेशकश का आनंद उठा सकें। हमें पूरा भरोसा है कि सभी लोग सर्वे के इन नतीजों के बारे में जानना चाहेंगे और हमें यह भी उम्मीद है कि मंत्रा मसाला थोड़े ही समय में उपभोक्ताओं का सबसे पसंदीदा मसाला ब्रैंड होगा।”
इमामी मंत्रा मसाला एक नया लॉन्च किया गया ब्रांड है जोकि 100% कुदरती और प्रामाणिक, शुद्ध एवं पिसे हुए मसालों की विस्तृत रेंज पेश करता है। इन मसालों को अनूठी क्रायोजेनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर बनाया गया है जिससे कि इन मसालों में कुदरती तेल कम से कम 95% तक बरकरार रहते हैं। इससे सुनिश्चित होता है कि मसालों की सुगंध, रंग और स्वाद बरकरार रहेगा। मसालों की यह रेंज जिप लॉक पैक में आती है और आधुनिक भारतीय घरों में यह किचन का नया मंत्र बन गया है। ब्रैंड किचन में खाने पकाने के हर शौकीन का सबसे अच्छा साथी बनने का वादा करता है। फिर इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि खाना पकाने वाला अनाड़ी है या पाक कला में सिद्घहस्त।