पहलगाम का बदला "ऑपरेशन सिंदूर"

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पहलगाम का बदला "ऑपरेशन सिंदूर"
मंगलवार की रात पाकिस्तान के आतंकियों पर कहर बनकर टूटी। आधी रात के बाद 1 बजकर 5 मिनट पर इंडियन आर्मी और एयरफोर्स ने पीओके स्थित बहावलपुर के आतंकी अड्डे पर अटैक कर दिया। बमुश्किल 25 मिनट में जैश के 9 अड्डे तबाह कर दिए और 90 से ज्यादा आतंकियों को ढेर कर दिया। ये थी भारतीय मिसाइल की मार, पाकिस्तान में मचा हाहाकार! पंजाब (पकिस्तान) की सीएम मरियम ने हालात का जायजा लेने के बाद सूबे में इमरजेंसी का एलान कर दिया है। लेकिन भारत के लिए यह गर्व का पल है।
22 अप्रैल का दिन पूरी दुनिया को याद है, तो अब 6 मई की रात भी कोई नहीं भूल सकता। क्योंकि भारतीय सेना ने अपने शौर्य का बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया है। हमारी सेना ने बता दिया है कि कोई उसकी तरफ आंख उठाकर देखने की जुरर्रत नहीं कर सकता। आतंकियों के इस सफाए से दुनिया भर के दहशतगर्द कांप उठे हैं। जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर तो खून के आंसू रो रहा है। इस हमले में उसके परिवार के 10 लोग मारे गए हैं और चार करीबी भी जाया हो चुके हैं। यह बात मसूद ने खुद कबूल की है और अपने जिंदा बचने पर उसे बेइंतिहा पछतावा भी हो रहा है।
भारतीय सेना की कर्नल सैफिया कुरैशी के अनुसार, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में 90 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं। ये सभी आतंकी पीओके स्थित बहावलपुर के जैश के आलीशान मुख्यालय ‘मरकज सुभान अल्लाह’ में रह रहे थे। खुफिया जानकारी के मुताबिक, इस आतंकी ठिकाने में 600 आतंकी कैडर रहते थे। इन दहशतगर्दों को जेहाद के नाम पर आतंक फैलाने की ट्रेनिंग दी जाती थी। उन्हें सिखाया जाता था कि अपनी हुकूमत कायम करने के लिए असलहों और बारूद का कब, कहां और कैसे इस्तेमाल करें। पाकिस्तान भी इस बात को मानता है कि बहावलपुर आतंकियों का ठिकाना है। यहां स्थित नौ ठिकानों पर भारतीय सेना ने मिसाइलों की बरसात कर दी, जिससे मरकज सुभान अल्लाह, मरकज तैयबा, मुरीदके, सवाईनाला कैंप और मुजफ्फराबाद में भारी तबाही हुई है। लेकिन पाकिस्तान ने मरने वालों की संख्या केवल 26 बताई है और कहा है कि इस हमले में 46 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
हम जानते हैं, हकीकत छिपाना पाकिस्तान के शहबाज सरकार की अपनी मजबूरी है! लेकिन ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद वहां जो खलबली मची है, उसे कोई नहीं छिपा सकता। यही कारण है कि पकिस्तानी पंजाब की सीएम मरियम ने बुधवार, 7 मई को जहां सूबे में इमरजेंसी घोषित कर दी, वहीं पाकिस्तानी सेना ने शहबाज सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। आर्मी चीफ मुनीर का कहना है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जवाब देने के लिए सेना को खुली छूट दी जाए। दरअसल, मुनीर तानाशाह बनने का ख्वाब पाल बैठे हैं। पाकिस्तान का इतिहास दोहराना चाहते हैं। परवेज मुशर्रफ के नक्शेकदम पर आगे बढ़ रहे हैं। लेकिन यह नहीं जानते कि उनकी यह चाल उनके ही मुल्क को गर्त में धकेल सकती है।
मुनीर हों या शहबाज, दोनों को सोचना चाहिए कि अगर भारत पाक युद्ध हुआ तो उससे हुई तबाही का जिम्मेदार कौन होगा? क्योंकि आतंकियों को पनाह और आतंकी घटनाओं को अंजाम देना किसी भी हालत में जायज नहीं ठहराया जा सकता। यही कारण है कि आज करीब-करीब पूरी दुनिया भारत के साथ है। पहलगाम हमले का जवाब देने के लिए किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की तारीफ होनी ही चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह की रणनीति की हम सराहना करते हैं। देश के लिए मर मिटने वाली हमारी सेना ने पाकिस्तान में घुसकर जो शौर्य दिखाया है, उस पर हमें नाज है और देश के लिए यह गर्व का पल है।
* जितेंद्र बच्चन
(वरिष्ठ पत्रकार)-गाज़ियाबाद