स्वातंत्र्यवीर सावरकर स्मारक पर जाकर भारत विकास परिषद के सदस्यों ने दी आदरांजलि

स्वातंत्र्यवीर सावरकर स्मारक पर जाकर भारत विकास परिषद के सदस्यों ने दी आदरांजलि

स्वातंत्र्यवीर सावरकर स्मारक पर जाकर भारत विकास परिषद के सदस्यों ने दी आदरांजलि...

* अमित मिश्रा

   भारत विकास परिषद, विलेपार्ले (पूर्व) संस्था ने भारत विकास परिषद के मुंबई तथा कोंकण रीजन के प्रेसिडेंट अविनाश धर्माधिकारी के नेतृत्व में डोंगरी पुलिस स्टेशन परिसर में स्थित स्वातंत्र्यवीर सावरकर के स्मारक  जाकर उन्हें आदरांजली अर्पण करने हेतु विशेष यात्रा का आयोजन किया।

  बता दें कि डोंगरी पुलिस स्टेशन परिसर में बच्चों का सुधार गृह भी स्थित है, जो बाल गृह उमरखाडी के नाम से जाना जाता है। वहाँ भी सदिच्छा भेंट आयोजित की गई थी। सुधार गृह के अधिक्षक राहूल कंठिकर ने सबका स्वागत किया। यहाँ, आज की तारीख में कुल ३७ लड़के और २१ लड़कियाँ सुधार गृह में मौजूद है। इस सुधार गृह में उनकी पढ़ाई के साथ-साथ उन्हें कार्य कुशल बनाने का भी प्रयास होता है। 

  स्वातंत्र्यवीर सावरकर को जब डोंगरी में बंदी बनाकर रखा गया था उस पूरे किस्से की जानकारी  योगेश परुळकर ने सबको दी। उन्होंने कहा कि - मैं इस जगह को एक तीर्थ स्थल मानता हूँ। सावरकर जी के सप्तऋषी काव्य पर भाष्य करते हुए उन्होंने सावरकर जी के अनेक गुण विशेषों को भी अधोरेखित किया।

  भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के आधारस्तंभ लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक एवं आगरकर जी को भी डोंगरी में बंदी बनाकर रखा गया था। जहॉं उन्हें रखा गया था उस कोठरी में स्वातंत्र्यवीर सावरकर के साथ उनकी तस्वीरें भी रखी गईं हैं। इन तीनों युग पुरुषों का पुण्य स्मरण करके बड़े आदर से सभी नतमस्तक हो गए और सहज भाव से भारत माता का जयजयकार भी किया। 
  डोंगरी में स्थित स्वतंत्रता वीरों का यह स्मारक प्रतिबंधित क्षेत्र में होने के कारण आम जनता वहाँ सहजता से नहीं जा सकती। यहां गए लोगों को आशा है कि नियमों में कुछ बदलाव आएँगे और यह स्मारक परिसर आम जनता के लिए खुला हो जाएगा।