पाड़ीव ग्राम पंचायत द्वारा अमृत सरोवर योजना में निबला नाड़ी को शामिल करने का प्रस्ताव पारित

पाड़ीव ग्राम पंचायत द्वारा अमृत सरोवर योजना में निबला नाड़ी को शामिल करने का प्रस्ताव पारित

पाड़ीव ग्राम पंचायत द्वारा अमृत सरोवर योजना में निबला नाड़ी को शामिल करने का प्रस्ताव पारित

-धार्मिक-सांस्कृतिक आस्था का केन्द्र है निबला तालाब, अब मिलेगा नवजीवन

* सिरोही संवाददाता

    सिरोही : जिले की ग्राम पंचायत पाड़ीव ने अपने गांव की ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व रखने वाली निबला नाड़ी (तालाब) को भारत सरकार की अमृत सरोवर योजना के अंतर्गत शामिल करवाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। पंचायत ने इस आशय का प्रस्ताव पारित कर पंचायत समिति सिरोही के विकास अधिकारी को इस विषय में पत्र प्रेषित कर सूचित किया है। यह प्रस्ताव ग्रामीणों की अपेक्षाओं और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सूझबूझ से तय हुआ है, जिससे न केवल ग्रामवासियों को लाभ मिलेगा, बल्कि वर्षों से उपेक्षित पड़ी निबला नाड़ी को नया जीवन मिलेगा।

  निबला नाड़ी गांव का सबसे प्राचीन जल स्रोत है, जो वर्षों से सिंचाई, पशुपालन और घरेलू उपयोग के लिए सहायक रहा है। इसके किनारे पर स्थित प्राचीन देवालयों और वृक्षों के कारण इसका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी अत्यधिक हैं।

  गांव के बुजुर्गों के अनुसार यहां हर वर्ष विभिन्न पर्वों और धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन होता आया है, जिसमें दूर-दूर से ग्रामीण जुटते हैं। इसके अतिरिक्त यह स्थल ग्रामीणों के आपसी मेल-मिलाप और सामाजिक आयोजनों का भी केन्द्र रहा हैं।

 पिछले कुछ वर्षों में अनियमित बारिश, जलग्रहण क्षेत्र में अतिक्रमण और देखरेख की कमी के कारण निबला नाड़ी की स्थिति जर्जर हो गई थी। इसके संरक्षण और पुनरुद्धार की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही थी। अमृत सरोवर योजना के तहत इसके गहरीकरण, सौंदर्यीकरण, तटबंदी और वृक्षारोपण जैसी गतिविधियों को अंजाम देने की योजना है।

  ग्राम पंचायत पाड़ीव के सरपंच और वार्ड पंचों का मानना है कि अगर यह प्रस्ताव अनुमोदित हो जाता है, तो निबला तालाब न केवल जल संरक्षण का मॉडल बनेगा, बल्कि ग्रामवासियों की सांस्कृतिक चेतना को भी पुनर्जीवित करेगा। यह कदम सरकार की ‘जल संरक्षण’ नीति और ‘स्थानीय सांस्कृतिक धरोहर के संवर्धन’ के दोहरे उद्देश्य को साकार करेगा।

  अब सभी की निगाहें इस प्रस्ताव पर जिला प्रशासन की स्वीकृति और योजना की त्वरित क्रियान्विति पर टिकी हैं। ग्रामीणों को उम्मीद है कि यह पहल पाड़ीव गांव को फिर से जल-समृद्धि और सांस्कृतिक चेतना की दिशा में अग्रसर करेगी।
  इस बैठक में सरपंच देसाराम मेघवाल, वार्ड पंच जीतेन्द्र सिंह सोलंकी, जीतेन्द्र पुरोहित, समाजसेवी सुरेश पुरोहित, मोडाराम त्रिगर, श्रवण कलावंत, गवरी देवी, सवाराम प्रजापत, देवाराम घांची, पोसाराम, रणजीत, कौशल्या देवी,भावेश पुरोहित, मधु देवी, पवनी देवी,लक्ष्मी देवी,गीता देवी, जमना देवी तथा नेनु देवी समेत दर्जनों ग्रामवासी मौजूद रहे।