पुणे में जून तक की तिमाही में प्रॉपर्टी की कीमतें 9% बढ़ीं : प्रोपटाइगर

पुणे में जून तक की तिमाही में प्रॉपर्टी की कीमतें 9% बढ़ीं : प्रोपटाइगर

पुणे में जून तक की तिमाही में प्रॉपर्टी की कीमतें 9% बढ़ीं : प्रोपटाइगर

* बिजनेस रिपोर्टर

           पुणे :  पुणे में 2022 की अप्रैल-जून तिमाही में प्रॉपर्टी की कीमतों में सालाना 9% तक की बढ़ोतरी हुई। इसके पीछे मानक ऋण दरों में वृद्धि और मौजूदा भू-राजनैतिक तनावों के कारण इनपुट लागतों पर बढ़ते दबाव जैसे कारण रहे हैं। आरईए इंडिया द्वारा समर्थित ऑनलाइन रियल एस्टेट कंपनी, प्रोपटाइगर डॉटकॉम की रिपोर्ट में यह खुलासा किया गया है।

    रियल इनसाइट रेजिडेंशियल - अप्रैल-जून 2022 नामक उक्त रिपोर्ट के अनुसार, 30 जून, 2022 तक भारत के इस पश्चिमी शहर में नए और मौजूदा इन्वेंटरी के लिए प्रॉपर्टी की औसत कीमत 5,400-5,600 रुपये प्रति वर्ग फुट थी।

    इस वृद्धि के बावजूद भारत में मुंबई, हैदराबाद, बेंगलुरु और चेन्नई जैसे बड़े शहरों की तुलना में पुणे में प्रॉपर्टी की कीमतें कम हैं। आरईए इंडिया समर्थित प्रोपटाइगर डॉटकॉम द्वारा किये गए विश्लेषण में इन शहरों के अतिरिक्त अहमदाबाद, कोलकाता और दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (दिल्ली-एनसीआर) को भी शामिल किया गया है।

   हाऊसिंग डॉटकॉम, प्रोपटाइगर डॉटकॉम और मकान डॉटकॉम के ग्रुप सीएफओ, श्री विकास वाधवान ने कहा कि, “प्रॉपर्टी की कीमतों में तेज उछाल के साथ-साथ बढ़ते रेपो रेट के कारण पुणे में घर खरीदने वालों में कुछ हद तक मायूसी आई है। यह मायूसी रेजिडेंशियल रियल्टी ग्रोथ की अनुक्रमिक रूप से कम होती गति में भी दिखाई देती है। लेकिन रेपो दरें अभी भी महामारी के पहले के 6-7% के स्तर के नीचे है। इसके साथ आने वाले त्यौहारी मौसम और ऑफिस की खरीद में परिलक्षित वृद्धि के रुझान से पुणे में असमंजस में पड़े खरीदारों का मनोभाव निकट भविष्य में मजबूत होगा।”

  जून की तिमाही में पुणे में बिक्री और नई आपूर्ति की वृद्धि में मंदी आई : -

     पुणे में अप्रैल-जून 2022 तिमाही में बिक्री और नई आपूर्ति, दोनों में पिछली तिमाही की तुलना में क्रमशः 16% और 14% की गिरावट आई। गिरावट के बावजूद पुणे में आवासीय नए निर्माण और माँग 90% है, जो 2019 में महामारी के पहले वाले स्तर के करीब है। पुणे में उपर्युक्त तीन महीने की अवधि में कुल 13,390 घर लॉन्च किये गए जबकि उसी अवधि में 13,720 घरों की बिक्री हुई।

रावेट, हिंजेवाड़ी, मोशी, तथावाड़े और वाकड जैसे सूक्ष्म बाज़ारों में 2022 की दूसरी तिमाही में सर्वाधिक माँग देखी गई। हिंजेवाड़ी में अधिकांश बिक्री 25-45 लाख रुपये मूल्य वर्ग में थी, तो रावेट, तथावाड़े और वाकड में कीमत 45-75 लाख रुपयेके बीच थी। पुणे में घर खरीदने वाले ग्राहक 2 बीएचके वाली यूनिटों को वरीयता देते हैं और शहर में कुल बिक्री में इसका अनुपात 53 प्रतिशत है।

    हाऊसिंग डॉटकॉम, प्रोपटाइगर डॉटकॉम और मकान डॉटकॉम की डायरेक्टर और हेड - रिसर्च, सुश्री अंकिता सूद ने कहा कि, “हालाँकि देश के शीर्ष 8 महानगरों में आवासीय घरों के लिए माँग में पुणे दूसरे स्थान पर है, फिर भी, अप्रैल-जून 2022 की तिमाही में प्रॉपर्टी की बिक्री में क्रमिक रूप से 16 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। नए घरों के लॉन्च की सीमित संख्या और इनपुट लागत के दबाव के कारण प्रॉपर्टी की कीमतों में वृद्धि के चलते पुणे का प्रॉपर्टी मार्केट पीछे चल रहा है। हालांकि, मजबूत फंडामेंटल्स और कार्यालय के खुलने से आगामी तिमाहियों में माँग में सकारात्मक रुख आयेगा।”

  पुणे में इन्वेंटरी ओवरहैंग घट कर 25 महीने पर आया : कोलकाता के बाद शीर्ष 8 शहरों में न्यूनतम : -

    30 जून, 2022 तक के आँकड़ों के अनुसार मुंबई के बाद पुणे में सबसे अधिक बिना बिके घर हैं जिनकी संख्या 1,17,990 है। हालांकि, शहर में अनुक्रमिक रूप से बिक्री की गति सामान्य हुई है और अभी भी 2021 की दूसरी तिमाही से बेहतर है, जब वैश्विक महामारी की दूसरी लहर के कारण बिक्री का स्तर बिलकुल गिर गया था। इस प्रकार बिल्डर्स से अपेक्षा है कि वे 2021 की दूसरी तिमाही के अंत तक के 44 महीनों के इन्वेंटरी ओवरहैंग के मुकाबले जून 2022 के 25 महीने का लाभ उठाएंगे।