गरीब और मध्यमवर्गीय मरीजों के लिए वरदान स्वरूप बना "बाबू आरएन सिंह नि:शुल्क डायलिसिस सेंटर"
गरीब और मध्यमवर्गीय मरीजों के लिए वरदान स्वरूप बना "बाबू आरएन सिंह नि:शुल्क डायलिसिस सेंटर"
_अब तक 1000 लोगों को मिला फायदा
* गोरखपुर संवाददाता
गोरखपुर : उत्तर भारतीय संघ के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय आरएन सिंह ने कर्मभूमि के साथ-साथ अपनी जन्मभूमि भरौली, गोरखपुर में शिक्षा और स्वास्थ्य की दिशा में अनेक लोक हित के काम किए थे। शिक्षा के क्षेत्र में जहां उन्होंने गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के बच्चों को उत्कृष्ट शिक्षा देने की दिशा में रामसखी रामनिवास शिक्षण संकुल की स्थापना की थी , वहीं स्वास्थ्य की दिशा में बाबू आरएन सिंह नि:शुल्क डायलिसिस सेंटर की स्थापना भी की गई। अब तक इस सेंटर पर 1000 गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के मरीजों को लाभ मिल चुका है। यहां डायलिसिस कराने वाले मरीजों को दोहरा लाभ मिला है। एक तो उन्हें दूर शहर नहीं जाना पड़ता है , वहीं उन्हें यह सारी सुविधा बिल्कुल मुफ्त मिल रही है।
स्वर्गीय आरएन सिंह के सपनों और उनके द्वारा शुरू किए गए लोकहित कार्यों को समर्पित भावना के साथ आगे बढ़ाने में लगे उनके सुपुत्र संतोष सिंह के अनुसार "बाबू जी ने अपने जीवन में संघर्षों और बाधाओं का जमकर मुकाबला किया। उन्हें आम आदमी की पीड़ा का एहसास था। यही कारण है कि उन्होंने सामान्य वर्ग के लोगों के बच्चों की शिक्षा और उनके स्वास्थ्य के लिए शिक्षण संकुल और डायलिसिस सेंटर का निर्माण कराया। बाबू जी के सपनों और उनके द्वारा किए गए कार्यों को पूरा करना हमारा कर्तव्य है।"