आर्टपार्क ने कोडिवर 2021 का समापन किया

आर्टपार्क ने कोडिवर 2021 का समापन किया

आर्टपार्क ने कोडिवर 2021 का समापन किया

* प्रतिनिधि
      मुंबई : बेंगलुरु स्थित गैर-लाभकारी संगठन एआई एंड रोबोटिक्स टेक्नोलॉजी पार्क (आर्टपार्क) ने मार्च 2022 में स्टेमपीडिया द्वारा पावर्ड तीसरी अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन कोडिंग प्रतियोगिता, कोडिवर 2021 का समापन किया। इसका मकसद 7 से 18 साल के बच्चों को उनकी बेहतरीन एआइ एवं कोडिंग स्किल्स से नई-नई एआइ परियोजनाएं बनाने और दुनिया को रहने के लिए एक बेहतर जगह बनाने के लिए प्रेरित करना है। प्रतियोगिता का उद्देश्य भागीदारों में परियोजना बनाने के व्‍यावहारिक दृष्टिकोण के जरिए आलोचनात्मक सोच, रचनात्मकता, मिलजुलकर काम करने की भावना और संवाद की क्षमता विकसित करना था। यह 21वीं सदी के कौशल के 4सी हैं। यह आयोजन आर्टपार्क के भारत समेत दुनिया भर में मजबूत एआई और रोबोटिक्स समुदाय विकसित करने के बड़े लक्ष्य का हिस्सा था।

इस ऑनलाइन प्रतियोगिता में 68 देशों के विद्यार्थियों की 69525 टीमों ने हिस्सा लिया। विद्यार्थियों ने तीन आयु वर्ग से संबंधित श्रेणियों, प्रारंभिक (7-10 साल), जूनियर (11-14 साल) और सीनियर (15-18 साल) में इस मुकाबले में भाग लिया। प्रतियोगिता के इस तीसरे संस्करण का विषय स्वास्थ्य संबंधी आधारभूत ढांचे को मजबूत बनाना, आसपास के माहौल में रोजाना इस्तेमाल की चीजों के स्वचालन, विश्व का मनोरंजन, पर्यावरण की रक्षा और बाहरी दुनिया की खोज था।

आर्टपार्क के सीईओ और संस्थापक श्री उमाकांत सोनी ने इस चुनौती के बारे में बात करते हुए कहा, “सीखने के लिए सीखना और किसी नई चीज का निर्माण करने के लिए सीखना भविष्य में जरूरी ऐसे दो महत्वपूर्ण हुनर होंगे जिनकी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अनुभव पर आधारित अर्थव्यवस्था में सबसे ज्यादा मांग होगी। इससे ज्ञान पर आधारित अर्थवयवस्था को बढ़ावा मिलेगा। इंटरनेशनल ऑनलाइन कोडिंग प्रतियोगिता 2021 बच्चों में यह जरूरी क्षमताएं विकसित करने का ऐसा ही एक प्रयास था, जिससे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस युग में न केवल उनका अस्तित्व बना रहे, बल्कि वह फल-फूल भी सकें। हम इस प्रतियोगिता में भागीदारी के प्रति छात्रों के रुख को देखकर काफी उत्साहित हुए। बच्चों से हमें जिस तरह के प्रोजेक्ट्स इस प्रतियोगिता के लिए मिले, उससे हमारा यह विश्वास बेहद मजबूत हो गया था कि हर बच्चा अनोखा और अलग होता है। उनमें कुछ नया निर्माण कर समाज को बेहतरी के लिए बदलने की क्षमता होती है।”