'आल इंडिया जुडिशियल सर्विस' का गठन सुनिष्चित किए जाने के लिए सांसद गोपाल शेट्टी ने सदन के पटल पर रखी अपनी मांग
'आल इंडिया जुडिशियल सर्विस' का गठन सुनिष्चित किए जाने के लिए सांसद गोपाल शेट्टी ने सदन के पटल पर रखी अपनी मांग
-आई०ए०एस० और आई०पी०एस० की तर्ज पर करवाए जाने वाले एग्जाम की भांति आल इंडिया जुडिशियल सर्विस का गठन सुनिष्चित किए जाने हेतु सकारात्मक कार्यवाही की जाए : गोपाल शेट्टी
* अमित मिश्रा
नई दिल्ली : आल इंडिया जुडिशियल सर्विस का गठन सुनिश्चित किए जाने के लिए सांसद गोपाल शेट्टी ने नियम 377 के अंतर्गत सदन के पटल पर अपनी बात रखी है और इस संदर्भ में सकारात्मक कार्रवाई की मांग की है।
सांसद गोपाल शेट्टी ने माननीय सदन का ध्यान आकर्षित करते हुए स्पष्ट कहा है कि महामहिम राष्ट्रपति ने दिनांक 26 नवम्बर, 2023 में संविधान दिवस के शुभ अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के उद्घाटन भाषण के दौरान अपने संबोधन में आल इंडिया जुडिशियल सर्विस का गठन किए जाने हेतु सुझाव दिया था, जो न्यायोचित है। यह सच्चाई है कि आल इंडिया जूडिशियल सर्विस का गठन किए जाने से देशभर में दूरदराज के युवा और प्रतिभावान युवक, जिस प्रकार से आई०ए०एस० और आई०पी० एस० की आल इंडिया एग्जाम से प्रशासनिक सेवाओं में आकर देश की सेवा करते हैं, उसी प्रकार से न्यायपालिका में भी आल इंडिया जुडिशियल सर्विस के एग्जामिनेशन में सफल होकर वे जज बन सकेंगे ।
सांसद शेट्टी ने सदन के माध्यम से सरकार से अनुरोध किया है कि महामहिम राष्ट्रपति के ऑल इंडिया जुडिशियल सर्विस का गठन किए जाने संबंधी उपरोक्त सुझाव और उनके ( सांसद गोपाल शेट्टी ) द्वारा इस संदर्भ में लोकसभा में पुनर्स्थापित किए गए निजी विधेयक को ध्यान में रखते हुए देश में आई०ए०एस० और आई०पी०एस० की तर्ज पर करवाए जाने वाले एग्जाम की भांति आल इंडिया जुडिशियल सर्विस का गठन सुनिष्चित किए जाने हेतु सकारात्मक कार्यवाही की जाए।