OMG... क्या अली गुलामों का कारोबार करनेवाले व्यापारियों के चंगुल से बचने का उपाय ढूंढ पायेगा ?
OMG... क्या अली गुलामों का कारोबार करनेवाले व्यापारियों के चंगुल से बचने का उपाय ढूंढ पायेगा ?
* बॉलीवुड रिपोर्टर
अपनी दिलचस्प कहानी और बेमिसाल विजुअल इफेक्ट्स के साथ, सोनी सब पर हाल ही में लॉन्च हुये शो ‘अलीबाबा दास्तान-ए-काबुल’ को दर्शकों का भरपूर प्यार और सपोर्ट मिल रहा है। अली एवं मरियम के बीच की मजेदार नोंक-झोंक, उनके आमने-सामने आने से पैदा हुआ जादू, मल्लिका- ए-तबाही की इच्छा पूरी करने के लिये सद्दाम का जुनून, मरियम को पाने की सिमसिम की चाहत और पेंडेंट के लिये 40 चोरों की तलाश, इन सभी ने कुछ दिलचस्प घटनाओं की शुरूआत की है, जो दर्शकों को उनके टेलीविजन स्क्रीन्स की ओर आकर्षित कर रही हैं।
हाल ही में दिखाये गये एपिसोड्स में दर्शकों ने देखा कि तलिस्मन (पेंडेंट) को पाने के लिये सिमसिम कितनी बेताब है, जिससे वह इबलिस को फिर से जिंदा कर पायेगी। गुलामों के कारोबारियों को मरियम की तलाश है और 40 चोर जुम्मा बाजार में पेंडेंट को ढूंढ रहे हैं। आपा-धापी की इस स्थिति में, लोग डरे और सहमे हुये हैं, क्योंकि वे हत्यारे चोरों के हाथों मरना नहीं चाहते। दूसरी ओर, अली एवं मरियम भागने में नाकाम हो जाते हैं और गुलामों के कारोबारी उन्हें पकड़ लेते हैं। सद्दाम को मरियम के पकड़े जाने की खबर मिलती है, जबकि अली भागने का उपाय ढूंढ रहा है। अली मरियम को एक गाना गाने के लिये कहता है, ताकि वह वहां से भागने के उपाय के बारे में सोच सके। अली एक बेहतरीन तरकीब ढूंढ निकालता है।
अली की योजना क्या है ? क्या अली और मरियम गुलामों का कारोबार करने वाले व्यापारियों से बच कर भागने में कामयाब हो पायेंगे ?
तुनीशा शर्मा, जोकि शहजादी मरियम का किरदार निभा रही हैं, ने कहा, “मरियम खुद को बचाने के लिये भाग रही है और उसके इस सफर में अली हमेशा ही उसकी मदद करता आया है। इसमें कोई शक नहीं है कि वे दोनों जब पास आते हैं, तो एक जादू होता है और इस समय खुद को दुष्टों से बचाना उनके लिये बेहद जरूरी है। मुझे पूरा यकीन है कि दर्शकों को यह देखने में मजा आयेगा कि मरियम की जिंदगी में आगे क्या होने वाला है और वह बुराई से कैसे भाग पायेगी। जानने के लिये देखते रहिये ‘अलीबाबा दास्तान-ए-काबुल’ और हम पर अपना प्यार यूं ही बरसाते रहिये।”
आगामी एपिसोड्स के बारे में बताते हुये अलीबाबा ऊर्फ शेहजान खान ने कहा, “अली इस बात से अनजान है कि मरियम पर बुरी चीजों का खतरा काले बादल की तरह मंडरा रहा है। वह शहजादी को ढूंढने और उसे शाहीज को सौंपने के अपने सफर पर है, ताकि ईनाम पा सके। दादी की भविष्यवाणी के मुताबिक, दास्तान-ए-काबुल को लिखने के लिये अली अपने मुकद्दर से मिलता रहेगा। आगामी एपिसोड्स ड्रामा, ऐक्शन और ढेर सारी मस्ती से भरपूर होंगे। देखते रहिये ‘अलीबाबा दास्तान-ए-काबुल!’’
_ देखिये ‘अलीबाबा दास्तान-ए-काबुल’, सोमवार से शनिवार, रात 8 बजे सिर्फ सोनी सब पर