राष्ट्रीय परशुराम सेना के राष्ट्रीय संरक्षक अरविंद उपाध्याय आयोजित सुंदरकांड व हनुमान चालीसा पाठ का 201 वां सप्ताह संपन्न

राष्ट्रीय परशुराम सेना के राष्ट्रीय संरक्षक अरविंद उपाध्याय आयोजित सुंदरकांड व हनुमान चालीसा पाठ का 201 वां सप्ताह संपन्न

राष्ट्रीय परशुराम सेना राष्ट्रीय संरक्षक अरविंद उपाध्याय आयोजित सुंदरकांड व हनुमान चालीसा पाठ का 201 वां सप्ताह संपन्न

* संवाददाता

        भाईंदर : संतानें सिर्फ बुढ़ापे की लाठी या सहारा ही नहीं होती हैं अपितु  कार्टव्यूनिस्थ और संस्कारी संतान माता पिता के धार्मिक व सामाजिक विरासत को आगे बढ़ाने का भी कार्य करती है। मीरा भाईंदर के प्रख्यात समाजसेवी तथा राष्ट्रीय परशुराम सेना के राष्ट्रीय संरक्षक अरविंद उपाध्याय भी अपनी माता स्व. धर्मा देवी आसाराम उपाध्याय की धार्मिक संकल्पना तथा समाज के प्रति प्रतिबद्धता को लगातार आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। वर्ष 2018 से शुरू किया गया संगीतमय सुंदरकांड पाठ एवं श्री हनुमान चालीसा पाठ अनवरत जारी है।  इस मंगलवार को आयोजन का 201 वा सप्ताह सम्पन्न हुआ। 12 अक्टूबर 2020 में माता जी के देहावसान के बाद अरविंद उपाध्याय की धर्मपत्नी संतोषी उपाध्याय उनके इस संकल्प में समर्पित भावना के साथ दे रही हैं।

    अरविंद उपाध्याय के अनुसार उनकी माता सनातन धर्म के प्रति पूरी तरह से आस्थावान रहीं। मानवता और लोक कल्याण की भावना के संकल्प के साथ वे लगातार इस महा अनुष्ठान में लगे हुए हैं। मीरा भायंदर के साथ-साथ अपने गृह चुनाव क्षेत्र मड़ियाहूं विधानसभा के लोगों की भलाई की कामना के साथ वे इस काम में लगे हुए हैं। इसके साथ साथ अरविंद उपाध्याय संतो की भूमि कही जाने वाली महाराष्ट्र की धरती पर विगत 5 वर्षों से मां गंगा की भव्य आरती का आयोजन करते आ रहे हैं।