Roj Kuch Naya Bante Raho कैंपेन में मनोज बाजपेयी ने ये क्यों कहा, यहां पढ़िए ...
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* रिपोर्टर
मुंबई, 27 अक्टूबर : भारत के सबसे बड़े घरेलू वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफार्मों में से एक, जी5 ने आज एक विचारोत्तेजक फिल्म के माध्यम से अपने कंटेंट ब्रांड घोषणापत्र का खुलासा किया। इसमें आज के दर्शकों की मानसिकता में अंतर्निहित बदलाव को दर्शाया गया है। 'समझौता कर लेने' के एकमात्र उद्देश्य हेतु रैखिक खोज के विपरीत, इस फिल्म में उस तरलता या प्रवाह को रेखांकित किया गया है और सराहा गया है जिसके साथ लोगों ने जीवन से जुड़े विकल्पों का चुनाव करना शुरू कर दिया है; अर्थात वो जीवन जीते हुए अपने भीतर नए आयामों को उजागर करते हैं और अज्ञात क्षेत्रों की खोज करते हैं।
'रोज़ कुछ नया बनते रहो' नाम की इस कैंपेन फिल्म में इस सोच को दर्शाने के लिए एक मूर्तिकार के उपकरण का उपयोग किया गया है। फिल्म के दौरान, हम उसे विभिन्न सामग्रियों, शैलियों और बनावटों का उपयोग करके कलाकृति को ढालते, आकार देते, तराशते और उसे फिर से अलग-अलग रूपों में बनाते हुए देखते हैं। हम उसे प्रतिमाओं की ऐसी श्रृंखला बनाते हुए देखते हैं जो स्वाभाविक रूप से एक जैसी हैं, फिर भी आश्चर्यजनक रूप से भिन्न हैं। यह दृष्टिगत रूप से शक्तिशाली रूपक हममें से प्रत्येक के भीतर की बहुरूपता और कार्य-प्रगतिशील पीढ़ी के निरंतर विकास को दर्शाता है। दर्शकों से "बहते रहो, आकार लेते रहो, रोज़ कुछ नया बनते रहो" जैसी प्रेरक पंक्तियों के माध्यम से इस तरलता या प्रवाह को अपनाने का आग्रह किया जाता है। फिल्म एक मार्मिक प्रश्न के साथ समाप्त होती है - "आज क्या बनोगे?"
अभिनेता मनोज बाजपेयी ने कहा,“दर्शकों की नब्ज पहचानने वाले एक मंच के रूप में, जी5 अपने नए कंटेंट ब्रांड घोषणापत्र के माध्यम से बहुत ही प्रासंगिक और महत्वपूर्ण संदेश दे रहा है। ऐसे समय में जब लोग लेबल से बंधे रहना नहीं चाहते हैं और समझौता करने के बजाय विकल्प की तलाश करते रहना चाहते हैं, जी5 ऐसी कहानियां बताने का प्रयास कर रहा है जो अपने दर्शकों की आकांक्षाओं के लिए एक स्प्रिंगबोर्ड के रूप में काम करेंगी, जो उनके स्वयं की खोज के मार्ग को बढ़ावा देंगी। एक कलाकार के रूप में, मुझे जिन विविध भूमिकाओं को निभाने का अवसर मिला है, उससे मुझे अपने व्यक्तित्व के विभिन्न पहलुओं का पता लगाने में मदद मिली है। एक ऐसे व्यक्ति के रूप में जो मंच की कुछ बेहतरीन सामग्री का हिस्सा रहा है, मुझे इस तरह के प्रासंगिक संदेश देने वाली आवाज बनकर बहुत खुशी हुई।"
कार्तिक महादेव, चीफ मार्केटिंग ऑफिसर - कंटेंट एसबीयू, ज़ी ने कहा,“आज के युवा खोजी, अन्वेषक हैं; जो यथास्थिति से संतुष्ट रहने के बजाये और भी बेहतर के प्रयासरत है। इस नई सोच के समर्थकों और प्रशंसकों के रूप में, जी5, अपनी सामग्री के माध्यम से, हर किसी को खुद के अनगिनत आयामों और संस्करणों का पता लगाने; एक समय में एक कहानी के साथ स्वयं का निर्माण करते रहने के लिए आमंत्रित करता है। भारत और दुनिया भर के मनोरंजक नाटकों से लेकर वृत्तचित्रों तक, कॉमेडी से लेकर थ्रिलर तक, जी5 की समृद्ध और विविध पेशकशों में विचारों, सपनों, विश्वासों, संभावनाओं और व्यवहार को तलाशने, प्रेरित करने और आकार देने की क्षमता है।"