डॉ. मंजू लोढ़ा की कविताओं से सुरीला हुआ मुम्बई का काला घोड़ा फेस्टिवल 

डॉ. मंजू लोढ़ा की कविताओं से सुरीला हुआ मुम्बई का काला घोड़ा फेस्टिवल 

डॉ. मंजू लोढ़ा की कविताओं से सुरीला हुआ मुम्बई का काला घोड़ा फेस्टिवल 


* संवाददाता

     मुंबई : मुम्बई का प्रसिद्ध काला घोड़ा फेस्टिवल साहित्य, कला, संगीत, नृत्य आदि से जुड़े कलाकारों के लिए एक बहुत बड़ा प्लेटफार्म माना जाता है। प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी यह फेस्टिवल 20 जनवरी से 28 जनवरी तक मुंबई के 30 विभिन्न स्थानों पर आयोजित किया गया। कूपरेज बैंडस्टैंड  के ओपन एम्फिथियेटर में आयोजित भव्य कार्यक्रम में देश की प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. मंजू लोढ़ा ने कविताओं का वाचन कर इस फेस्टिवल में साहित्यिक रंग भर दिया।

   डॉ. मंजू लोढ़ा द्वारा लिखित पुस्तक, भारत भाग्य निर्माता  और कलछी से काला घोड़ा पर आधारित कविताओं को सुनकर दर्शकों ने जमकर तालियां बजाईं। इस अवसर पर डॉ. लोढ़ा के पुत्र अभिनंदन लोढ़ा भी मंच पर उपस्थित रहे। 
 कार्यक्रम की संयोजक वर्षा काले, स्वेता राणे, मुदिता अग्रवाल ने समस्त लोगों को प्रति आभार व्यक्त किया।