BSF की 81वीं बटालियन बांग्लादेश से स्वदेश लौट रहे छात्रों की सुरक्षित वापसी के लिए कर रही है उनकी भरपूर मदद
BSF की 81वीं बटालियन बांग्लादेश से स्वदेश लौट रहे छात्रों की सुरक्षित वापसी के लिए कर रही है उनकी भरपूर मदद...
- विशेष सुविधा, हर प्रकार के सहयोग, स्वास्थ्य सेवा और विभिन्न सहायता के कारण बीएसएफ को दे रहे हैं सभी छात्र सैल्यूट
- इसीलिए विश्वभर में है "सारे जहां से अच्छा, हिन्दोस्तां हमारा"
* अमित मिश्रा
अगरतला/मुम्बई : बीएसएफ की 81वीं बटालियन आयसीपी श्रीमंतपुर (सोनमुरा) में तैनात होकर बांग्ला देश से अपने वतन 'भारत' लौट रहे छात्रों को हर प्रकार की सुविधा, सहायता और स्वास्थ्य सेवाएं दिलाने के मोर्चे पर अपना कर्तव्य निभाने में जुट चुकी है। बता दें कि बांग्लादेश के विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में लगातार हो रहे विरोध प्रदर्शन और वहां की बिगड़ती हुई कानून और व्यवस्था की स्थिति के कारण, भारतीय उच्चायोग द्वारा वहां पढ़ने गए भारतीय छात्रों को जल्द से जल्द हर संभव साधनों के माध्यम से स्वदेश वापस लौटने का निर्देश दिया गया था।
जिसके तुरंत बाद से कुमिला और ढ़ाका के विभिन्न कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्र आईसीपी श्रीमंतपुर (सोनामुरा) के रास्ते भारत वापस लौट रहे हैं। इन छात्रों की हर सुविधा और उन्हें हर आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए बीएसएफ की 81 वीं बटालियन कमर कसते हुए अपना कार्य शुरू कर चुकी है।
बीएसएफ की 81 वीं बटालियन के डीसी राजेश कुमार लंगेह ने जानकारी दी है कि बीएसएफ की 81वीं बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर राकेश सिन्हा अपनी बटालियन के साथ स्वयं अपनी देखरेख में छात्रों की सुरक्षित और सुविधाजनक रूप से स्वदेश वापसी के प्रबंध में जुटे हैं।छात्रों को कहीं कोई कठिनाई ना हो इसका ध्यान रखा जा रहा है।
डीसी राजेश कुमार लंगेह के अनुसार सोनामुरा में तैनात 81बीएन बीएसएफ बटालियन इन छात्रों की हर जरूरत का ख्याल रखते हुए उन्हें हर आवश्यक सुविधा प्रदान कर रही है। वतन लौट रहे सभी छात्रों का स्वागत किया जा रहा है, उन्हें चाय-नाश्ता देकर उनके लिए परिवहन की व्यवस्था भी की जा रही है।
जिन्हें आवश्यकता है उन्हें यहां प्राथमिक उपचार भी दिया जा रहा है। साथ ही अगरतला से आगे उन्हें उनके गंतव्य तक के लिए परिवहन के विभिन्न और सुलभ साधनों के बारे में जानकारी भी उपलब्ध कराई जा रही है।
कमांडिंग ऑफिसर राकेश सिन्हा के नेतृत्व और देखरेख में बीएसएफ की 81वीं बटालियन द्वारा किये जा रहे कार्यों , सहयोगपूर्ण रवैये और उनकी उत्कृष्ट सेवाएं देखकर बटालियन पर फख्र करते गदगद हुए अधिकांश छात्रों की आंखों में खुशी के आंसू नजर आए। अब भारत माता की पावन सरजमीं पर कदम रखकर वे सभी स्वयं को सुरक्षित और सशक्त महसूस कर रहे हैं। आखिर जब बॉर्डर पर हो बीएसएफ, तो डर कैसा.....