भीषण कार दुर्घटना में शिवसंग्राम संघटना अध्यक्ष श्री विनायक मेटे का निधन
भीषण कार दुर्घटना में शिवसंग्राम संघटना के अध्यक्ष श्री विनायक मेटे का निधन : ड्राइवर और बॉडीगार्ड बुरी तरह से घायल
* अमित मिश्रा
नवी मुंबई : आज मुंबई-पुणे एक्सप्रेस-वे पर हुई भीषण सड़क दुर्घटना में मराठा नेता और पूर्व विधायक विनायक मेटे का निधन हो गया। वे 52 वर्ष के थे। शिवसंग्राम पार्टी के संस्थापक और अध्यक्ष इस मराठा नेता के पास समर्पित कार्यकर्ताओं की बड़ी फौज थी । विनायक मेटे हिंदी भाषियों में भी अत्यधिक लोकप्रिय थे।
शिवसंग्राम पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष श्री पृथ्वीराज म्हस्के ने pen-n-lens न्यूज को जानकारी देते हुए बताया कि दुर्घटना में उनकी इंडिवीयर एसयूवी कार के परखच्चे उड़ गए हैं। उनका ड्राइवर और बॉडीगार्ड बुरी तरह से घायल हुआ है। उन्होंने आगे बताया कि श्री मेटे महाराष्ट्र विधान परिषद के 3 बार सदस्य रह चुके हैं। वे मराठा आरक्षण के बड़े समर्थक थे और पूरी ताकत से मराठा आरक्षण के लिए कार्य कर रहे थे। इस भयानक हादसे में हुए उनके निधन से शिवसंग्राम के सभी कार्यकर्ता गहरे सदमें में हैं।
सूत्रों के मुताबिक, सड़क दुर्घटना आज रविवार को सुबह करीब 5 बजकर 15 मिनट पर रसायनी पुलिस स्टेशन की हद में माडप टनल के पास हुई। विनायक मेटे अपने ड्राइवर और बॉडीगार्ड के साथ गाड़ी में सवार होकर बीड से मुंबई एक बैठक में शामिल होने के लिए आ रहे थे। तभी रास्ते में माडप टनल के पास एक वाहन ने विनायक मेटे की कार को जबरदस्त टक्कर मार दी, जिसकी वजह से कार में सवार तीनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। जिसके बाद आनन फानन में घायलों को नवी मुंबई के एमजीएम हॉस्पिटल में इलाज के लिए ले जाया गया, जहां बुरी तरह से घायल विनायक मेटे की जांच करके डाक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया ।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री एकनाथ शिंदे ने श्री मेटे के निधन पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने इस घटना को अत्यंत दुर्दैवी और दुःखद बताया और कहा कि श्री मेटे के परिवार पर ये घटना किसी वज्रपात से कम नहीं है। मुख्यमंत्री श्री शिंदे ने आगे कहा कि 3-4 दिन पहले ही हमलोग मिले थे। श्री मेटे , छत्रपती श्री शिवाजी महाराज स्मारक समिती से जुड़े होने के साथ-साथ मराठा आरक्षण के संदर्भ में प्रतिबद्ध होकर कार्य कर रहे थे।
मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने भी विनायक मेटे के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि यह चौंका देनेवाला और बेहद दुखद है। श्री मेटे वास्तव में मराठा आरक्षण के मुद्दे को ठीक से उठा रहे थे। यह हमारे और मराठा समुदाय के लिए बहुत बड़ी क्षति है।
विनायक मेटे के सामाजिक कार्यों का उल्लेख करते हुए शिवसेना पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे, एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने भी गहरी संवेदना प्रकट की है।