पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर मालाड में स्मृति दिवस का आयोजन
_पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी ने किया वंदन, दी श्रद्धांजलि
_नागरिकों से उनके बताए मार्ग पर चलकर देश के विकास में योगदान देने की शेट्टी ने की अपील
* अमित मिश्रा
मालाड : महान देशभक्त तथा एकात्म मानववाद विचारधारा के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर मालाड के कासम बाग स्थित "पंडित दीनदयाल उपाध्याय उद्यान" में स्मृति दिवस का आयोजन किया गया। इस आयोजन में उत्तर मुंबई के पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी ने विशेष रूप से शिरकत की । उन्होंने उद्यान में स्थापित पंडित जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर वन्दन किया ।
बाद में मीडिया से बात करते हुए पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी ने कहा कि "पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जी प्रखर व्यक्तित्व के धनी और महान देशभक्त थे । उन्होंने भारतीय राजनीति और समाज पर गहरी छाप छोड़ी है। उनका जन्म 25 सितंबर 1916 को राजस्थान के धनकिया में हुआ था । वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख विचारक और संगठनकर्ता थे, और बाद में भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष बने । पंडित जी ने एकात्म मानववाद नामक विचारधारा को प्रस्तुत किया, जो एक समावेशित और सशक्त भारत की परिकल्पना करती थी । यह विचारधारा भारत की सनातन विचारधारा को युगानुकूल रूप में प्रस्तुत करती है।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने 1951 में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के साथ मिलकर भारतीय जनसंघ की स्थापना की थी। वह 1967 तक जनसंघ के महामंत्री रहे, और बाद में अध्यक्ष भी बने । 11 फरवरी 1968 को मुगलसराय स्टेशन पर उनकी हत्या कर दी गई थी। इसे मैं देश के इतिहास की सबसे दु:खद घटनाओं में से एक कहूंगा।
उनकी जयंती पर इस स्मृति दिवस के आयोजन में मैं उनको नमन कर श्रद्धांजलि देने आया हूं। ऐसे महान देशभक्त के बताए मार्ग पर सदा चलने का मैं सभी नागरिकों से आह्वान करता हूं। उनकी विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने का मेरा सदैव प्रयास रहेगा ।
इस आयोजन में पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी के साथ वरिष्ठ भाजपा नेता श्रीकांत पांडे,
भाजपा नेता ब्रह्मदेव तिवारी, एड. ज्ञानमूर्ति शर्मा तथा एड. सिद्धार्थ शर्मा सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।