ममता शर्मा इस विधानसभा चुनाव के मैदान में क्या कर पाएंगी कोई करिश्मा ?

ममता शर्मा इस विधानसभा चुनाव के मैदान में क्या कर पाएंगी कोई करिश्मा ?

ममता शर्मा इस विधानसभा चुनाव के मैदान में क्या कर पाएंगी कोई करिश्मा ?

संवाददाता

       दहिसर : दहिसर की बेटी के नाम से प्रख्यात ममता शर्मा इस विधानसभा चुनाव के मैदान में सनसनी बनकर उभरीं हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस ( अजित पवार गुट ) में शामिल होकर दहिसरकरों की सेवा करने वाली ममता शर्मा दहिसरकरों की बुलंद आवाज कहलाईं जातीं हैं।

   उनकी लोकप्रियता और उनके पीछे भारी जन समर्थन को देख तथा प्रभावित होकर ही उन्हें उनकी पार्टी ने दहिसर विधानसभा का तालुका अध्यक्ष बनाया था। दहिसर के नागरिकों के साथ-साथ ममता शर्मा को भी पूरा विश्वास था कि इस विधानसभा चुनाव में दहिसर की सीट राष्ट्रवादी कांग्रेस के खाते में जाएगी और फिर टिकट की प्रबल दावेदार और  ममता शर्मा यहां से विधायक का चुनाव लड़ेंगी। पर ऐसा हो नहीं पाया और यह सीट भाजपा के पास ही रही । भाजपा ने यहां की विधायक मनीषा ताई चौधरी को पुनः टिकट भी दे दिया। इसके बाद दहिसरकरों की डिमांड पर ममता शर्मा ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पर्चा भर दिया और चुनाव मैदान में कूद पड़ीं। ममता शर्मा की इस धमाकेदार इंट्री से दहिसर में अब त्रिकोणीय संघर्ष के आसार नजर आ रहे हैं।

   ममता शर्मा का दावा है कि उत्तर भारतीय समाज सहित मराठी भाषी जनता, गुजराती भाषी और जैन समाज के साथ-साथ दलित समुदाय के लोगों के लिए अब तक नि:स्वार्थ किया गया उनका काम और जनसेवा की लंबी लिस्ट उनके लिए अतिरिक्त हिम्मत और विजय पथ के लिए सम्बल बनेगी। मुस्लिम समुदाय के वोटरों में भी बेहद चर्चित और लोकप्रिय ममता शर्मा अब दहिसर चुनाव की कितनी दिशा और दशा बदलतीं हैं यह देखना दिलचस्प होगा।