सोनी सब के शो ‘शुभ लाभ- आपके घर में’ सात साल का लीप :  इतने साल अलग रहने के कारण श्री को नहीं पहचान पाएगी श्रेया ?

सोनी सब के शो ‘शुभ लाभ- आपके घर में’ सात साल का लीप :  इतने साल अलग रहने के कारण श्री को नहीं पहचान पाएगी श्रेया ?

सोनी सब के शो ‘शुभ लाभ- आपके घर में’ सात साल का लीप :  इतने साल अलग रहने के कारण श्री को नहीं पहचान पाएगी श्रेया ?

* बॉलीवुड रिपोर्टर

       सोनी सब के शो ‘शुभ लाभ- आपके घर में’ ने कहानी के हर मोड़ पर नये ट्विस्‍ट के साथ दर्शकों को लगातार बांधे रखा है। यह शो न केवल दर्शकों का मनोरंजन करता है, बल्कि उन्‍हें तोशनीवाल परिवार की जिन्‍दगी से जोड़कर भी रखता है। माँ लक्ष्‍मी (छवि पांडे) पहली बार सविता (गीतांजली टिकेकर) को छोड़ देती हैं और पूरे परिवार के साथ अनहोनियाँ होने लगती हैं। ‘शुभ लाभ- आपके घर में’ सात साल का लीप दिखाया गया है और इसके आगामी एपिसोड्स में दर्शक श्रेया (तनीशा मेहता) को भारत लौटते देखेंगे, सविता अपने ही घर में नौकरानी का काम कर रही होगी और श्री गड़बड़ियों के बाद फिर से अपने परिवार को जोड़ने की कोशिशें जारी रखेगी।

      सात साल के लीप के बाद श्री, श्रेया और सविता अपनी-अपनी जिन्‍दगी जी रही हैं। श्रेया अब यूएस में रहती है और उसने अभिराज से शादी कर ली है, श्री को एक कैब ड्राइवर ने गोद लिया है और सविता दिवालिया हो चुकी है। इसका नतीजा यह रहा कि तोशनीवाल परिवार का घर रोहित के ससुराल वालों ने खरीद लिया है और सविता उनकी नौकरानी बनकर काम कर रही है, जिससे उसका कष्‍ट बढ़ गया है। अपने मौजूदा संघर्षों के बावजूद, उसे यह विश्‍वास है कि एक दिन उसकी प्‍यारी देवी लक्ष्‍मी फिर से उस पर कृपा करेंगी और पूरा परिवार दोबारा एक छत के नीचे आएगा।

   श्री अब 7 साल की है, उसे माँ लक्ष्‍मी की तरह खीर खाना पसंद है। जब उसे गोद लेने वाले पेरेंट्स छोड़ देते हैं, तब माँ लक्ष्‍मी उसे संकेत देती हैं कि उसे अपने जीवन के नये अध्‍याय के लिये तैयार रहना चाहिये। वह एक अनाथालय में शरण लेती है और भाग्‍य से, सविता और श्रेया उसी अनाथालय में जाकर बच्‍चों के साथ समय बिताने और श्री का सम्‍मान करने का फैसला लेती हैं।

क्‍या सविता और श्रेया, श्री को पहचान पाएंगीᣛ? क्‍या माँ लक्ष्‍मी से सविता को माफी मिलेगीᣛ?

श्रेया की भूमिका निभा रहीं तनीशा मेहता ने कहा, “श्रेया सात साल से अपनी ही बेटी से अलग रह रही है। यह किसी भी माँ के लिये सदमे जैसा होगा। वैभव भी उसका पक्ष नहीं ले सका और अब उसके पास सविता का सपोर्ट भी नहीं है। लगता है कि उसका सुरक्षा चक्र उसे छोड़ चुका है और वह भारी मन से भारत छोड़कर चली जाती है। लेकिन उसकी धमाकेदार वापसी हुई है और वह पहले से कहीं ज्‍यादा मजबूत