दहिसर में पारंपरिक कजरी की आज बहेगी "बयार"

दहिसर में पारंपरिक कजरी की आज बहेगी "बयार"

 दहिसर में पारंपरिक कजरी की आज बहेगी "बयार"

- पिया मेंहदी मंगा द मोतीझील से, जायके साइकिल से

* संवाददाता

    दहिसर : 'लोकायन' और प्रख्यात संस्था 'बयार मित्र परिवार' के संयुक्त तत्वावधान में पारंपरिक लोकगीत कजरी का कार्यक्रम "कजरी बयार" का भव्य आयोजन आज शनिवार 10 अगस्त की शाम 6 बजे से दहिसर में होने जा रहा है। शीतल, मन्द, सुगंध हवा के झोंके पुरवा 'बयार' बनकर  बहते हुए दहिसर में उत्तर प्रदेश की माटी की सुगंध बिखेरेंगे। 

   आयोजन समिति के सूर्यकांत उपाध्याय ने बताया कि उत्तर प्रदेश तथा बिहार के लोगों की लोक संस्कृति का अभिन्न अंग बन चुकी सावन में गाई जानेवाली लोकसंगीत की सर्व मनभावन विधा कजरी की प्रस्तुतियों का आज प्रतिष्ठित उत्तर भारतीय समाज साक्षी बनेगा। कजरी की प्रस्तुतियों के लिए प्रसिद्ध लोक गीत गायक सुरेश शुक्ल अपनी टीम के साथ उपस्थित रहेंगे। यह आयोजन राजश्री कंपाउंड स्थित क्रिस्टल प्राइड बैंक्वेट हॉल, ऑर्किड प्लाझा, मराठा कॉलनी रोड, दहिसर में होगा। कार्यक्रम के दौरान माताओं बहनों के लिए महावर (अलता), चूड़ियां और झूले की विशेष व्यवस्था की गई है।

   इस कार्यक्रम की सफलता के लिए प्रसिद्ध समाजसेवी सूर्यकांत उपाध्याय, वरिष्ठ पत्रकार अभय मिश्र, एडवोकेट अशोक मिश्रा, डॉक्टर बृजेश पांडे, सतीश दूबे, अनिल मिश्रा, अरविंद मिश्रा, संतोष मिश्रा, उपेंद्र सिंह, अरविंद तिवारी, रविंद्र उपाध्याय, नीरज उपाध्याय, प्रदीप मिश्रा ( दद्दन) तथा टीम बयार के अन्य सभी उत्साही सदस्य सराहनीय प्रयास कर रहे हैं।