&TV के ये स्टार ,होली में अपने बालों और त्वचा को सुरक्षित रखने के लिए करते हैं ये उपाय !
&TV के ये स्टार ,होली में अपने बालों और त्वचा को सुरक्षित रखने के लिए करते हैं ये उपाय !
* बॉलीवुड रिपोर्टर
रंगों का त्योहार होली बस आने ही वाला है। यूं तो होली में हमें एक-दूसरे को रंग लगाना अच्छा लगता है, लेकिन इन रंगों के कारण हमारी त्वचा एवं बालों को होने वाले नुकसान की भी हमें काफी चिंता रहती है। आपकी इसी चिंता का समाधान करते हुये एण्डटीवी के कलाकार उन प्राकृतिक उपायों के बारे में बता रहे हैं, जिनका इस्तेमाल वे होली के दौरान अपनी त्वचा एवं बालों को स्वस्थ बनाये रखने के लिये करते हैं। इन कलाकारों में शामिल हैं- प्रीति सहाय (‘दूसरी माँ‘ की कामिनी), कामना पाठक (‘हप्पू की उलटन पलटन‘ की राजेश सिंह) और विदिशा श्रीवास्तव (‘भाबीजी घर पर हैं‘ की अनीता भाबी)।
एण्डटीवी के ‘दूसरी माँ‘ में कामिनी का किरदार अदा कर रहीं प्रीति सहाय ने कहा, ‘‘होली मेरा पसंदीदा त्योहार है। मुझे रंगों से खेलना अच्छा लगता है। हालांकि, कई सुरक्षित एवं आर्गेनिक कलर्स मौजूद हैं, लेकिन अपने बालों एवं स्किन को नुकसान से बचाने के लिये कुछ बुनियादी नियमों का पालन करना बहुत जरूरी होता है। मैं अपने बालों एवं त्वचा को रंगों के हानिकारक प्रभाव से बचाने के लिये अपनी मां के साधारण लेकिन असरदार उपायों को अपनाती हूं। नारियल तेल और जैतून का तेल हर घर में उपलब्ध होता है और यह आपके बालों एवं स्किन को नुकसान पहुंचाये बिना उन्हें सुरक्षित रखने में काफी मदद करता है। नारियल का तेल त्वचा एवं बालों पर एक परत की तरह काम करता है, ताकि रंगों में मौजूद केमिकल्स प्रत्यक्ष रूप से उन्हें नुकसान नहीं पहुंचा पायें। मैं होली खेलने के लिये घर से बाहर निकलने से पहले अपने चेहरे, हाथों और पैरों पर अच्छे से नारियल तेल लगाती हूं। इसके साथ ही होली से एक दिन पहले मैं रात को अपने बालों पर भी नारियल तेल लगाती हूं, ताकि वे सुरक्षित रहें। इसलिये, मैं अपने सभी दर्शकों को सलाह देना चाहूंगी कि वे भी रंगों के दुष्प्रभाव से बचने के लिये नारियल तेल का इस्तेमाल करें। इस उपाय को अपनाकर अपने बालों एवं त्वचा को नुकसान से बचायें। आप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनायें।‘‘
कामना पाठक, जोकि राजेश सिंह का किरदार अदा कर रही हैं, ने कहा, ‘‘रंगों के इस उत्सव का आनंद उठाने के कई कारण है, जिनमें गुलाल से खेलना और गुझिया एवं ठंडाई के मजे लेना शामिल है। लेकिन इसका बहुत अधिक खामियाजा आपकी त्वचा और बालों को भुगतना पड़ता है। रंगों से खेलने, जिनमें बहुत ज्यादा मात्रा में हानिकारक केमिकल्स होते हैं, घंटों धूप में खड़े रहने और गर्म हवाओं को सहने से आपकी त्वचा को बहुत अधिक नुकसान पहुंच सकता है। इसलिये होली से पहले और बाद में त्वचा की अच्छे से देखभाल करना बहुत जरूरी है। मेरी त्वचा काफी सेंसिटिव है और मुझे रंगों से एलर्जी भी है, इसलिये मैं हमेशा ही आर्गेनिक रंगों के साथ खेलना पसंद करती हूं। अपनी त्वचा को रूखा होने से बचाने के लिये मैं लगातार माॅइश्चराइजर का इस्तेमाल करती हूं। हर साल होली खेलने के बाद मैं दही, शहद और चुटकी भर हल्दी पाउडर का इस्तेमाल कर एक पैक बनाती हूं और होली के कुछ दिनों बाद तक रोजाना इसे चेहरे, गर्दन एवं बाहों पर लगाती हूं तथा 20 मिनट के बाद धो लेती हूं। यह त्वचा की रंगत को निखारता है और उसे कोमल एवं सौम्य बनाता है। इसके साथ ही मैं आॅलिव आॅयल से बालों के स्कैल्प, जड़ों और निचले हिस्सों की मालिश भी करती हंू और बालों से रंगों को निकालने के लिये हल्के गर्म पानी का इस्तेमाल करती हूं।
अनीता भाबी की भूमिका निभा रहीं विदिशा श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘होली खेलने के लिये घर से निकलने से पहले मैं अपनी स्किन को अच्छे से माॅइश्चराइज करना नहीं भूलती हूं। मैं सूरज की हानिकारक यूवी किरणों से अपनी त्वचा को सुरक्षित रखने के लिये त्वचा पर बादाम का तेल लगाती हूं। मैं अपनी बांहों, पैरों, गर्दन और हाथों पर इसे लगाती हूं। होली खेलने के बाद, मैं एक फेस स्क्रब का इस्तेमाल करना पसंद करती हूं। इसे मैं दो चम्मच सी साॅल्ट, एक टेबलस्पून नींबू का रस और आॅलिव आॅयल की कुछ बूंदे डालकर तैयार करती हूं। इससे मुझे त्वचा की अतिरिक्त गंदगी और आॅयल को हटाने में मदद मिलती है। धूप में काफी देर तक रहने के बाद आप छाछ लगाकर भी अपनी त्वचा को सुरक्षित रख सकते हैं। इससे त्वचा को धूप की वजह से होने वाले नुकसान से राहत मिलती है और सन टैन भी दूर होता है, क्योंकि दही में ब्लीचिंग का प्राकृतिक गुण पाया जाता है। अपने होठों और गर्दन को भी सुरक्षित रखने का ध्यान रखें। यह जादुई असर दिखाता है।‘‘
-देखिये ‘दूसरी माँ‘ रात 8ः00 बजे, ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ रात 10ः00 बजे और ‘भाबीजी घर पर हैं‘ रात 10ः30 बजे, हर सोमवार से शुक्रवार, सिर्फ एण्डटीवी पर!