शिव प्रतिमा को लेकर राजनीति के खिलाफ पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी मैदान में
शिव प्रतिमा को लेकर राजनीति के खिलाफ पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी मैदान में
_ शेट्टी ने कहा महाराष्ट्र के आराध्य दैवत की प्रतिमा गिरने का दर्द हमें भी, पर इस पर विपक्ष का 'राजनीतिक बवाल' षड़यंत्र से कम नहीं
_ शेट्टी गरजे - महाराष्ट्र में अराजकता मत फैलाओ, सरकार को बदनाम करने की कोशिशें बर्दास्त नहीं
_ शेट्टी ने कहा - सबको एकसाथ आगे आना चाहिए और शिव राय का एक भव्य स्मारक पुनः स्थापित करने का प्रयास करना चाहिए
* अमित मिश्रा
बोरीवली : सिंधुदुर्ग के राजकोट किले में गत 4 दिसंबर 2023 को स्थापित महाराष्ट्र के आराध्य दैवत छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के गिरने को लेकर पूरे महाराष्ट्र में वातावरण प्रदूषित है। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री ने इस घटना के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी भी मांगी थी और स्पष्ट कहा भी था कि छत्रपति शिवाजी महाराज हमारे लिए ईश्वर तुल्य हैं, हम सबके लिए ये हादसा दुःखद रहा है। इस सबके बावजूद राजनीतिक फायदा उठा लेने की सोचकर विपक्षी दल जिस तरह के आचरण का परिचय देने में जुटा है उसके विरोध में उत्तर मुम्बई के पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी ने ताल ठोंक दी है और हजारों शिवप्रेमी कार्यकर्ताओं और नागरिकों के साथ मैदान में उतरकर विपक्षी दलों के मंसूबों का पोस्टमार्टम करते हुए चेतावनी भी दे दी कि इस विषय पर घटिया राजनीति बन्द कर दो। महाराष्ट्र में अराजकता फैलाने और सरकार को बदनाम करने की कोशिशें बर्दास्त नहीं होंगी।
पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी बोरीवली-ईस्ट के टाटा पावर हाउस परिसर में स्थित भव्य शिव प्रतिमा के पास आज हजारों कार्यकर्ताओं के साथ एकत्रित हुए। उन्होंने सर्वप्रथम शिव प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और फिर शिव राया का "सच्चा मावळा" वाला रूप दिखाते हुए सिर झुकाकर माफी मांगी।
पूर्व सांसद ने इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि विपक्षी दलों द्वारा महाराष्ट्र में अराजकता फैलाने की कोशिशें चल रहीं हैं जिसे जनता खूब समझती है। विपक्ष की इस निकृष्ट व्यूह रचना के खिलाफ अब सभी को एक होकर उनके मंसूबों का प्रतिकार करना आवश्यक हो चला है। आज आवश्यकता इस बात की है इस विषय में सबको एकसाथ आगे आना चाहिए और 'इस तरह' की राजनीति किए बिना शिव राय की एक भव्य प्रतिमा पुनः स्थापित करने का प्रयास करना चाहिए। छत्रपति शिवाजी महाराज किसी दल के राजा या नेता नहीं थे, बल्कि वे संपूर्ण प्रजा के राजा थे।
पूर्व सांसद शेट्टी ने हर किसी से गंदी राजनीति न करने की अपील की है और महाविकास अघाड़ी के जोड़े मारो आंदोलन की सार्वजनिक रूप से कठोर शब्दों में निंदा की है।
इस अवसर पर पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी के साथ पूर्व नगरसेवक कमलेश यादव, पूर्व नगरसेवक शिवकुमार झा तथा भाजपा के अनेक पदाधिकारी, कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक उपास्थित थे।