' श्री हरि नारायण सेवा संस्थान-मुंबई ' द्वारा माधव भारत वृद्धाश्रय, पालघर में अनगिनत पीपल के पौधौं का रोपण..
' श्री हरि नारायण सेवा संस्थान-मुंबई ' द्वारा माधव भारत वृद्धाश्रय, पालघर में अनगिनत पीपल के पौधौं का रोपण..
- विश्व पर्यावरण दिवस पर संस्था का अनोखा और प्रेरणादायक उपक्रम
* अमित मिश्रा
प्रख्यात सामाजिक-सांस्कृतिक संस्था
' श्री हरि नारायण सेवा संस्थान-मुंबई ' द्वारा माधव भारत वृद्धाश्रय, पालघर-पूर्व परिसर में अनगिनत पीपल के पौधौं का रोपण करते हुए ' विश्व पर्यावरण दिवस ' किसी पर्व की भांति मनाया गया।
बता दें कि मानव सेवा को ही सच्चा धर्म मानती व प्राणियों की संवेदना को बखूबी समझकर उनकी भी सेवा से जुड़ी इस संस्था के संस्थापक योगीराज भारत भूषण भारतेंदु जी पूरे देश में 120 करोड़ पेड़ लगाने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं। उसी क्रम में पेड़ों में देवता माने जाने वाला पीपल का पेड़ जो कि चौबीसों घंटे हमें मुफ्त ऑक्सीजन देता है उसे अधिक से अधिक संख्या में लगाने के लिए वे वर्षों से प्रयासरत हैं।
इस पौधारोपण कार्यक्रम के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित श्री एस. एम. त्रिपाठी (सुंदरम कालेज-पालघर के संस्थापक ) ने कहा कि " पिछले कई सालों से ऑक्सीजन की परेशानी को देखते हुए पीपल के पेड़ अधिक से अधिक लगाने पर जोर दिया जाना चाहिए। उन्होंने ये भी बताया कि उनकी कॉलेज के विद्यार्थियों ने 'सीड बम' बनाकर रखा है, बारिश होते ही इन 'सीड बमों' का उपयोग किया जाएगा , जिससे अनगिनत नए पेड़ पर्यावरण की सुरक्षा में जीवंत हो जाएंगे।"
योगीराज ने महाराष्ट्र प्रदेश का सबसे हरित जिला कहे जानेवाले पालघर में पेड़ों की कटाई पर चिंता जाहिर करते हुए अधिक से अधिक पेड़ लगाने के लिए लोगों से आगे आने का आह्वान किया । भविष्य में पालघर जिला होकर निकलनेवाली बुलेट ट्रेन, मुंबई बड़ोदरा एक्सप्रेस जैसे प्रोजेक्ट कतार में हैं। ऐसे में यहां और बहुत से पेड़ आवश्यक होंगे।
योगीराज ने आगे कहा कि भविष्य में पर्यावरण संतुलन बना रहे इसकी हम सभी देश के जागरूक नागरिकों की जिम्मेदारी है अतः अधिक से अधिक पेड़ लगाए जाएं और उन्हें संरक्षित भी किया जाए । आज पेड़ को लगाने से पहले उनका पूजन-दीपन इसलिए किया गया ताकि इसी तरह वृक्षारोपण का अभियान निर्बाध गति से पूरे देश में चलता रहे।
कार्यक्रम को मुख्य रूप से कलांतर आर्ट्स दिल्ली , नीता पाडवी (एसीपी-पालघर),राहुल दिनेश ठाकरे (स्वावलंबन ग्राम-विकास), यूरो इंडिया,विजय शंकर पांडेय( टीम इंस्पायर केअर), शारदा त्रिपाठी, सुंदरम बुक्स, हिंदुस्तान बैटरी, अल्बेडो,आस्था हॉस्पिटल-मनोर, पी टू एच सल्यूशन, एम बी एजूकेशन, एफ एम गोल्ड , डा. निलेश पाटिल, प्रदीप पिंपले (संस्थापक श्रम-प्रतिष्ठान), इंदू बाला पांडेय, प्रमोद उपाध्याय, बृजेश मिश्र-तरती आदि ने उल्लेखनीय योगदान और प्रोत्साहन दिया।