सेक्राइट ने इंडिया साइबर थ्रेट रिपोर्ट 2025 किया जारी

सेक्राइट ने इंडिया साइबर थ्रेट रिपोर्ट 2025 किया जारी

सेक्राइट ने इंडिया साइबर थ्रेट रिपोर्ट 2025 किया जारी

* बिजनेस रिपोर्टर

    मुंबई, 8 दिसंबर 2024: ग्लोबल साइबर सिक्योरिटी सॉल्यूशन प्रदाता कंपनी, क्विक हील टेक्नोलॉजीज लिमिटेड की एंटरप्राइज शाखा, सेक्राइट ने 19वें नैसकॉम-डीएससीआई एनुअल इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी सम्मिट 2025 में तमाम अहम साइबर सिक्योरिटी पहलों का अनावरण किया है, जो उभरते साइबर खतरों के खिलाफ भारत के डिजिटल बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की कंपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है।

सेक्राइट की घोषणाओं का मुख्य बिंदु ‘इंडिया साइबर थ्रेट रिपोर्ट 2025’ है, जो डेटा सिक्योरिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (डीएससीआई) के सहयोग से किया गया एक व्यापक अध्ययन है। यह रिपोर्ट भारत में वर्तमान साइबर सुरक्षा स्थिति का गहन विश्लेषण प्रस्तुत करती है तथा चिंताजनक आंकड़े और रुझान उजागर करती है। इस स्टडी में भारत में 84.4 लाख इंस्टॉलेशन बेस में 369 मिलियन मैलवेयर डिटेक्शन की पहचान की गई, जो देश के सामने मौजूद साइबर खतरों के पैमाने और तीव्रता को स्पष्ट करता है। खास बात ये है कि 85% डिटेक्शन सिग्नेचर-आधारित तरीकों पर अधारित थे, जबकि 15% व्यवहार-आधारित डिटेक्शन के जरिए आए।  ये जरूरत के मुताबित सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर देता है।

इस रिपोर्ट में मैलवेयर उपश्रेणियों को विभाजित किया गया है, जिसमें ट्रोजन 43.38% डिटेक्शन के साथ सबसे आगे है, उसके बाद 34.23% पर इन्फ़ेक्टर्स हैं। एंड्रॉइड-बेस्ड सिक्योरिटी डिटेक्शन से खतरों के एक चिंताजनक वितरण पता चलता है, जिसमें मैलवेयर सभी डिटेक्शन का 42% हिस्सा है, उसके बाद पोटेंशियली अनवांटेड प्रोग्राम 32% हिस्सेदारी के साथ दूसरे सबसे आम खतरे के रूप में सामने आते हैं। एंड्रॉइड डिवाइस में एडवेयर 26% डिटेक्शन में शामिल रहा। रिपोर्ट में मैलवेयर का पता लगाने का राज्यवार विश्लेषण भी दिया गया है, जिसमें तेलंगाना, तमिलनाडु और दिल्ली को सबसे ज़्यादा प्रभावित क्षेत्र बताया गया है। इसके अलावा, यह इंडस्ट्री स्पेशिफिक कमज़ोरियों पर भी प्रकाश डालता है, जिसमें बीएफएसआई, हेल्थकेयर और हॉस्पिटैलिटी को साइबर अपराधियों द्वारा सबसे ज़्यादा निशाना बनाए जाने वाले क्षेत्रों के रूप में पहचाना गया है।

क्विक हील टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विशाल साल्वी ने कहा, "सेक्राइट मालवेयर एनालिसिस प्लेटफॉर्म और सेक्राइट थ्रेट इंटेल सॉल्यूशन के साथ 'इंडिया साइबर थ्रेट रिपोर्ट 2025' का अनावरण भारतीय कंपनियों के सामने आने वाले नए साइबर सुरक्षा चुनौतियों का समाधान करने के लिए हमारे व्यापक नजरिए का पता चलता है। ये सॉल्यूशन केवल खतरों का जवाब देने के लिए ही नहीं हैं, बल्कि उनका पूर्वानुमान लगाने का भी काम करते हैं। हमारी थ्रेट रिपोर्ट अहम जानकारियां और कार्रवाई योग्य सिफारिशें पेश करती है। एसएमएपी एडवांस विश्लेषण क्षमताओं के साथ सिक्योरिटी प्रोफेशनल्स को सक्षम बनाता है। सेक्राइट थ्रेट इंटेल रियल टाइम सिक्योरिटी सिस्टम प्रदान करेगा। मैं साइबर सुरक्षा में उत्कृष्टता को आगे बढ़ाने और पूरे साइबर सुरक्षा तंत्र को नया रूप देने के उनके प्रयासों के लिए डीएससीआई और लैब्स के हमारे समर्पित विशेषज्ञों को उनकी अथक प्रतिबद्धता के लिए ईमानदारी से धन्यवाद देता हूं। ये प्रयास यह सुनिश्चित करते हैं कि हमारे ग्राहक इन डिजिटल हथियारों की दौड़ में हमेशा एक कदम आगे रहें, जो वर्तमान और भविष्य के खतरों के खिलाफ भारत के साइबर सुरक्षा सिस्टम को मजबूत करता है।"