उत्तर भारतीय संघ की वार्षिक सर्वसाधारण सभा सम्पन्न, लिए गए कई महत्वपूर्ण निर्णय

उत्तर भारतीय संघ की वार्षिक सर्वसाधारण सभा सम्पन्न, लिए गए कई महत्वपूर्ण निर्णय

उत्तर भारतीय संघ की वार्षिक सर्वसाधारण सभा सम्पन्न, लिए गए कई महत्वपूर्ण निर्णय

- संघ प्रतिदिन 100 जरूरमन्दों को करेगा अन्न दान 

* संवाददाता

     बांद्रा ( मुंबई) : प्रसिद्ध संस्था उत्तर भारतीय संघ की 74 वीं सर्वसाधारण सभा बांद्रा पूर्व के संघ कार्यालय में सम्पन्न हुई । इस वार्षिक बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि दिए गए टोकन के आधार पर प्रतिदिन दोपहर 12 से 2 बजे के बीच 100 जरूरतमंदों को अन्न दान किया जाएगा।
   हिंदू धर्म में दान की महिमा अपरंपार है, इसका हर युग में विशेष महत्व रहा है।शास्त्रों के अनुसार अगर कोई सबसे बड़ा दान है तो वह है अन्न दान। अन्न से ही संसार की सभी रचनाओं का पालन होता है। दुनिया में भोजन ही एकमात्र ऐसी चीज है जो शरीर के साथ-साथ हमारी आत्मा को भी तृप्त करती है। अन्न दान के इसी महत्व को देखते हुए उत्तर भारतीय समाज की सर्वमान्य प्रतिष्ठित संस्था उत्तर भारतीय संघ ने गत रक्षाबंधन के अवसर पर पहले 5000 जरूरतमंद महिलाओं को साड़ी का उपहार दिया और अब उसके बाद प्रतिदिन 100 निर्धन व्यक्तियों को अन्न दान करने की घोषणा की है।

  संघ के तेजतर्रार अध्यक्ष प्रसिद्ध समाजसेवी संतोष आरएन सिंह ने बताया कि संघ के सभी सम्मानित पदाधिकारियों ने एकमत से जरूरतमन्द लोगों को अन्न दान करने का निर्णय लिया है।  मानवता की दिशा में संघ का यह एक छोटा सा प्रयास है, जो लगातार जारी रहेगा।

   उन्होंने आगे बताया कि इस निर्णय के अलावा संघ की वार्षिक बैठक में प्रतिवर्ष 11 जोड़ों का सामूहिक विवाह कराने तथा अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित नए लुक आउट में दिखने वाली उत्तर भारतीय संघ की इमारत का जल्द ही उद्घाटन किया जाएगा।

    संघ की वार्षिक बैठक में उपस्थित रहने वाले प्रमुख लोगों में वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ राधेश्याम तिवारी, उपाध्यक्ष रमेश बहादुर सिंह, अक्षैबर तिवारी, संजय सिंह, बी.डी. सिंह ( पिपासा),  डॉ. किशोर सिंह, अमरजीत सिंह, महामंत्री देवेंद्र तिवारी कोषाध्यक्ष अजय सिंह, पत्रकार राजकुमार सिंह, श्रीनिवास तिवारी विद्रोही महाराज, राजेश सिंह, रेनू मल्लाह, सीताराम यादव, विनोद मिश्रा, सुमित सिंह, विकास सिंह,संजू सिंह तथा अंतेश सिंह समेत अनेक पदाधिकारी तथा सदस्य उपस्थित रहे ।