आचार्य नरेन्द्रदेव विद्या मंदिर का माध्यमिक विद्यालय इस वर्ष मनाएगा अपनी हीरक जयंती  

आचार्य नरेन्द्रदेव विद्या मंदिर का माध्यमिक विद्यालय इस वर्ष मनाएगा अपनी हीरक जयंती  

आचार्य नरेन्द्रदेव विद्या मंदिर का माध्यमिक विद्यालय इस वर्ष मनाएगा अपनी हीरक जयंती  


* अमित मिश्रा

         बोरीवली :  हिंदी की मशाल हाथों मैं थामकर राष्ट्रवाद की अलख जगानेवाला तथा शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों में संस्कार और राष्ट्रप्रेम भरने के लिए मशहूर आचार्य नरेन्द्रदेव विद्या मंदिर का माध्यमिक विद्यालय इस वर्ष अपनी हीरक जयंती मनाने जा रहा है।

       बता दें कि प्रसिद्ध समाजवादी नेता पंडित तिलकधारी झा ने मुंबई के बोरीवली पश्चिम के शारदा इस्टेट में उन्नीस बच्चों के साथ प्रसिद्ध समाजवादी नेता, स्वतंत्रता सेनानी और शिक्षाविद् ,बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के कुलपति, आचार्य नरेन्द्रदेव के नाम पर इस हिन्दी विद्यालय की नींव रखी थी। 1962 में महाराष्ट्र शासन द्वारा मान्यता प्राप्त इस विद्यालय को 1967 से सरकारी अनुदान मिल रहा है । 21 अप्रैल 1971 में तत्कालीन रक्षामंत्री बाबू जगजीवनराम के कर कमलों द्वारा वर्तमान इमारत की नींव रखी गई थी । वर्ष 1972 में श्रीमती दमयंतीदेवी तिलकधारी झा प्राथमिक विद्यालय को इस विद्यालय से जोड़ दिया गया था। अब इस वर्ष को आचार्य नरेंद्रदेव विद्यालय अपने माध्यमिक विद्यालय के हीरक जयंती वर्ष के रूप में मनाने जा रहा है ।

     मुंबई के पश्चिमी उपनगर का यह हिन्दी विद्यालय आज भी सुचारु रूप से चल रहा है । शुरुआत से ही अंधेरी से लेकर पालघर तक के हिन्दीभाषियों के बीच यह विद्यालय बहुत प्रसिद्ध रहा है ।  विद्यालय के जिम्मेदार और दूरदर्शी संचालकों का शुरू से ही सामाजिक दृष्टिकोण होने के कारण सक्षम परिवारों के साथ-साथ गरीब छात्रों को भी उच्च स्तर की शिक्षा उपलब्ध कराने में विद्यालय सतत् सफल होता आया है।

     सन् 2013 से विद्यालय में वाणिज्य कनिष्ठ महाविद्यालय की शुरुआत भी की गई है , जिसमें सूचना प्रौद्योगिकी की भी शिक्षा दी जाती है । 
    यह विद्यालय आज़ भी हिन्दी भाषा में शिक्षा की जरूरतों को पूरा कर रहा है । शासकीय असहयोग और अंग्रेजी भाषा के बढ़ते प्रभाव से जहां भारतीय भाषाओं के विद्यालय धीरे-धीरे बंद होते चले जा रहे हैं वहीं आचार्य नरेन्द्रदेव विद्या मंदिर आज भी हिन्दी में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करते हुए अपने ध्येय पथ पर अग्रसर है।