विशेष लेख : इस बार कोई बहाना नहीं !
विशेष लेख : इस बार कोई बहाना नहीं !
* जितेन्द्र बच्चन
मतदान के अधिकार का मतलब है सरकार चुनने का अधिकार! ऐसी सरकार जो आपके दुख-सुख में साथ निभाए। आपका एक वोट किसी को भी सांसद बनने से रोक सकता है। इसका मतलब यह हुआ कि आप जिसे चाहेंगे वही सांसद बन सकता है, दूसरा कोई नहीं। है न पावर की बात!
आपको यकीन तो नहीं होगा, लेकिन हमने इस बार ठान लिया है कि मतदान जरूर करूंगा। लोकतंत्र के उत्सव में सहभागी बनूंगा चाहे कुछ भी हो जाए, वोट देने से हमें कोई नहीं रोक सकता। आखिर पांच साल में यह सौभाग्य प्राप्त होता है, हमें उससे कोई कैसे वंचित रख सकता है। हम आपको भी घर में नहीं बैठने देंगे। देश की उन्नति की बात है! अपने मुन्ना-मुन्नी के भविष्य की बात है। आपका एक वोट उनका जीवन निखार सकता है। जानते हैं, अगर आप मतदान नहीं करेंगे तो वह जीत सकता है जिसे आप भ्रष्टाचारी कहते हैं। जिसे आप नहीं चाहते कि वो जीते और बेईमानी, गुंडागर्दी, जाति-पाति को लेकर खून-खराबा हो तो याद रखिएगा, साफ-सुथरी और एक भरोसेमंद सरकार बनाने की जितनी जिम्मेदारी हमारी है, उतनी ही आपकी है।
आपका एक वोट देश की तकदीर बदल सकता है। राष्ट्र और मजबूत हो सकता है। हमारी सीमाएं, आपका भविष्य और परिवार का भरोसा खोने का मतलब है कि हम खुद से गद्दारी कर रहे हैं। हमें अपने वतन से प्यार नहीं है। हम अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं। इसलिए प्रण कीजिए और हमारे साथ आप भी शपथ लीजिए, इस बार कोई बहाना नहीं! स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए पहले मतदान फिर जलपान! लोकतंत्र की मजबूती के लिए हमारा वोट हमारी सरकार!
* जितेन्द्र बच्चन - गाज़ियाबाद ( लेखक देश के जाने -माने वरिष्ठ पत्रकार हैं....)