स्मृतियों के आंगन में डॉ. कुंवर बेचैन द्वारा कवियों ने उनको किया याद

स्मृतियों के आंगन में डॉ. कुंवर बेचैन द्वारा कवियों ने उनको किया याद

काव्यांजलि एक अनूठा आरंभ विश्व मंच की वंदे भारत श्रृंखला

स्मृतियों के आंगन में डॉ. कुंवर बेचैन द्वारा कवियों ने उनको किया याद

* संवाददाता

        मुंबई :  प्रसिद्ध और साहित्य की समर्पित साहित्यिक संस्था काव्यांजलि एक अनूठा आरंभ विश्व मंच के तत्वाधान में विगत 16 दिसंबर 2022 से अनवरत चल रहे विशेष कवि सम्मेलन वंदे भारत श्रृंखला में "स्मृतियों के आंगन में हिंदी साहित्य के पुरोधा डॉ कुंवर बेचैन" द्वारा कवियों ने उनको याद करते हुए उनकी यादों को दोहराया ।

   काव्यांजलि एक अनूठा आरंभ की विद्वत कार्यसमिति के ज्येष्ठ और श्रेष्ठ पदाधिकारियों के आवेदन पर वंदे भारत श्रृंखला के अंतर्गत इस बार एकल नहीं बल्कि साहित्यिक जुगलबंदी हुई।

   आमंत्रित कवियत्री ऑस्ट्रेलिया से प्रगीत कुंवर एवं डाo भावना कुंवर की उपस्थिति में उक्त दिवस का कार्यक्रम हिंदी गीत और ग़ज़ल के सशक्त हस्ताक्षर ब्रह्मलीन डाo कुंवर बेचैन की पावन स्मृति को समर्पित हुआ।

   इस आयोजन को ऐतिहासिक और अविस्मरणीय बनाने का श्रेय दीपक शुक्ला (संस्थापक),सह-संस्थापक सुरेश फौजदार जिगर,अशोक निर्दोष (अंतरराष्ट्रीय संयोजक) को जाता है।

   राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी विनय शर्मा दीप ने बताया कि इनके अथक प्रयास से वंदे भारत विशेष काव्य सम्मेलन को खुशियां एवं ऊंचाइयां प्राप्त हुई है। उपस्थित सभी साहित्यकारों को उनकी उपस्थिति हेतु दीपक शुक्ला ने आभार व्यक्त किया।