जनसेवक गोपाल शेट्टी की संकल्पना से कांदिवली में गीता जयंती महोत्सव का ऐतिहासिक आयोजन सम्पन्न
पोईसर जिमखाना में "गीता जयंती महोत्सव" का भव्य आयोजन हुआ
- सनातन धर्म में "गीता" सर्वोपरि : राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन
- गीता जयंती महोत्सव से कृष्णमय हुआ कांदिवली
* अमित मिश्रा
कांदिवली ( मुंबई ) : कांदिवली-पश्चिम के पोईसर जिमखाना में श्रीमद्भगवदगीता जयंती महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। इस आयोजन में कृष्णलीला नृत्य और प्रवचन के साथ-साथ अभिनंदन समारोह ने कार्यक्रम को विशेष गरिमा प्रदान की।
कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप महाराष्ट्र के महामहिम राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन व इसकी संकल्पना करने वाले पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।
मुख्य अतिथि महामहिम राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने अपने संबोधन में सनातन धर्म की विस्तृत व्याख्या की और श्रीमद्भागवत गीता के तमाम उपदेशों को जनता के समक्ष रखकर उन्होंने अपनी विद्वता से सभी को अचंभित कर दिया।
महामहिम राज्यपाल ने कहा कि पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी के प्रयासों से स्कूली शिक्षा में गीता के पाठ्यक्रम को शामिल किया गया है जो सनातन धर्म को उत्तरोत्तर प्रगति की ओर अग्रसरित करने में ठोस भूमिका निभाएगा। मुंबई को स्लम फ्री करवाने और हर नागरिक को पक्के मकान दिलाने के गोपाल शेट्टी के विजन पर भी उन्होंने प्रसन्नता जाहिर की।
इस अवसर पर मुम्बई भाजपा अध्यक्ष एड.आशीष शेलार ने कहा कि आज गीता जैसे महान ग्रंथ का प्रकाश पूरे विश्व में फैल रहा है। हर सनातनी के लिए यह गर्व की बात है। मुझे लगता है कि गीता जयंती पर पोईसर जिमखाना में आज जो यह कार्यक्रम हो रहा है वह आज का शहर का सबसे विशाल गीता जयंती महोत्सव का कार्यक्रम है। इसके आयोजक यकीनन बधाई के पात्र हैं।
अपने प्रेरणादायक संबोधन में उत्तर मुम्बई के पूर्व सांसद जनसेवक गोपाल शेट्टी ने वहां उपस्थित सभी नागरिकों से गीता के उपदेश और उसमें नीहित संस्कारों को अपने जीवन में उतारने का आह्वान किया।
जनसेवक गोपाल शेट्टी ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के समक्ष मांग रखते हुए कहा कि लड़कियों के विवाह की जो उम्र 18 साल निर्धारित है और परिवार की सहमति से वह शादी कर रही है तो उम्र का कानूनी बंधन 18 साल ही रहने दें , लेकिन अगर लड़की बिना माता-पिता की अनुमति के घरवालों की मर्जी के खिलाफ जाकर स्वेच्छा से कहीं भी विवाह करती है तो ऐसे हालत में लड़कियों की शादी की उम्र 21 वर्ष कर देना चाहिए। माता-पिता अपनी बेटी को बड़े प्यार से पालते हैं फिर भी अगर वह बिना माता पिता को विश्वास में लिए उन्हें दुःखी करके किसी और के साथ विवाह रचाने चली जाती है तो यह उस पूरे परिवार के लिए तकलीफदेह हो जाता है।
श्रीमद्भागवत गीता शिक्षा समिति के अध्यक्ष डॉ. योगेश दूबे ने अपने संबोधन में कहा कि श्रीमद्भागवत गीता युगों-युगों तक इस विश्व का मार्गदर्शन करता रहेगा। यह केवल दर्शन और अध्यात्म ही नहीं बल्कि संघर्ष का भी ग्रन्थ है। श्रीमद्भागवत गीता से अनेक राजनेताओं, वैज्ञानिकों तथा क्रान्तिकारियों ने प्रेरणा ली है और इतिहास रचा है।
इस महोत्सव में विशिष्ट अतिथि के रूप में भाजपा मुंबई के अध्यक्ष आशीष शेलार, दहिसर की विधायक मनीषा ताई चौधरी, बोरीवली के विधायक संजय उपाध्याय, भाजपा नेता व श्रीमद्भागवत गीता शिक्षा अभियान समिति के अध्यक्ष डॉ. योगेश दुबे तथा पोईसर जिमखाना के अध्यक्ष मुकेश भंडारी, उपाध्यक्ष करुणाकर शेट्टी, टेक्सास के एटॉर्नी जनरल मिस्टर कैन पैंकस्टन तथा मिस्टर जॉन स्कॉट ( सेक्रेटरी-टेक्सास सिटी), राजेश भट्ट , गणेश बारे व अन्य महानुभाव विशेष तौर पर उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में लोकसेवा के लिए उल्लेखनीय कार्य करने वाले क्रमश: श्री सुरेन्द्र मित्तल, श्री गौरव कपाड़िया, मुंबई आर्मी वेटरन ऑर्गेनाइजेशन के प्रतिनिधि, डॉ. पांडुरंग चाटे तथा ब्रह्मकुमारी संस्थान से जुड़े लोगों को सम्मान चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
आयोजन में पोईसर जिमखाना के पदाधिकारी, पूर्व नगरसेवकों के साथ-साथ हजारों नागरिकों की उपस्थिति विशेष उल्लेखनीय है।