Say NO To Cigarette जानलेवा हो सकता है धूम्रपान का शौक, बता रहे हैं डॉक्टर नरेंद्र कुमार ...
Say NO To Cigarette जानलेवा हो सकता है धूम्रपान का शौक, बता रहे हैं डॉक्टर नरेंद्र कुमार ...
* ( अमित मिश्रा - हेल्थ डेस्क )
धूम्रपान का शौक नागरिकों और विशेषतः युवा पीढ़ी के जीवन को भी धुआं धुआं करने पर आमादा है। दोस्तों की देखादेखी पाला गया ये शौक जल्द ही लत बन जाता है। इससे सामाजिक और आर्थिक नुकसान तो होता ही है, इसके सेवन से शारीरिक नुकसान भी हो रहा है। अगर समय रहते इससे निजात पाने में लोग असफल रहे और आदत नहीं छोड़ी गई तो सिगरेट शरीर के विभिन्न अंगों, खासकर फेफड़ों पर विशेष दुष्प्रभाव छोड़ना शुरू कर देती है । कालांतर में सिगरेट पीने की ये लत जानलेवा भी हो सकती है।
महानगर मुंबई के प्रसिद्ध हृदय रोग तथा फुफुस रोग विशेषज्ञ डॉक्टर नरेंद्र कुमार ( नरेंद्र हॉस्पिटल, बोरीवली- पूर्व ) के अनुसार हर उम्र के नागरिकों के अलावा युवा पीढ़ी में सिगरेट पीने का प्रचलन तेजी से बढ़ा है। युवकों के साथ साथ युवतियों और महिलाओं द्वारा सिगरेट का उड़ाया जा रहा धुएं का छल्ला उनके भी स्वास्थ्य पर विपरीत असर डाल रहा है ।
डॉक्टर नरेंद्र कुमार के अनुसार धूम्रपान से प्रजनन क्षमता में कमी होती है। नियमित रूप से धूम्रपान करने वालों में रुमेटीइड गठिया का ख़तरा बढ़ जाता है।
सिगरेट से फेफड़ों का कैंसर हो सकता है। यह शौक, उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को भी तेज कर कम उम्र में भी बुढ़ापे की ओर ढ़केलता है। सिगरेट पीने से ना सिर्फ श्वसन संबंधी समस्या हो सकती है बल्कि डायबिटीज और हृदय रोग का खतरा भी बढ़ता है। सिगरेट पीने से आंखों पर भी खतरा मंडराता है और आंखों के विभिन्न रोगों से भी जूझने की मजबूरी सामने होती है।
डॉक्टर नरेंद्र कुमार के अनुसार अच्छे स्वास्थ्य के लिए धूम्रपान पूरी तरह से छोड़ना ही एकमात्र सही उपाय है। तंबाकू या फिर धूम्रपान को छोड़ने के लिए अपने अंदर की इच्छाशक्ति को जागृत कर, उसे दृढ़ संकल्प में बदलना होगा ताकि आप धूम्रपान की लत से पूरी तरह से छुटकारा पा सकें। यदि सिगरेट पीनेवाले व्यक्ति ने दृढ़ संकल्प ले ही लिया, तो बार-बार (10-15 दिनों तक) आप का दिल, धूम्रपान अथवा तंबाकू सेवन के लिए करेगा। यही असली परीक्षा और संयम की घड़ी है। यदि आप ऐसी स्थिति में टूट गये तो आप को पुन: यह लत लग सकती है। ऐसी अवस्था में आपको सतर्कता बरतनी होगी।
डॉक्टर नरेंद्र कुमार का कहना है कि धूम्रपान के शौकीन मित्रों की संगति से बचने का प्रयास हमेशा करें , नहीं तो धूम्रपान करने के लिए ऐसे कथित मित्र बाध्य कर सकते हैं।
धूम्रपान छोड़ने के संकल्प वाले इन 10-15 दिनों के दौरान, अपने पास कुछ भुने हुए चने अथवा किशमिश के दाने रखें। जब भी आपको धूम्रपान करने अथवा तंबाकू सेवन का दिल करे, तो आप चने , किशमिश अथवा सौंफ का प्रयोग कर सकते हैं। अपनी दिनचर्या में योग को शामिल करने से भी विशेष रिजल्ट मिल सकता है।
डॉक्टर नरेंद्र कुमार का कहना है कि स्वयं को तनाव पूर्ण बिल्कुल भी महसूस ना करें, ऐसी स्थितियां धूम्रपान की ओर ढकेलती हैं। नशा छोडऩे में सबसे बड़ा कारगर उपाय ईश्वर के नाम का जाप भी है। नियमित जाप करें, जिससे आपके आत्मविश्वास में निरंतर बढ़ोत्तरी होगी। इसी को हम मैथड ऑफ मेडिटेशन के नाम से भी जानते हैं।
शहद , मूली, मुलेठी, लाल मिर्च आदि का सेवन करने से भी सिगरेट और तंबाकू के उपयोग को रोका जा सकता है। अपने आहार में सुधार करें, भोजन में एंटीऑक्सीडेंट्स युक्त फलों और सब्जियों का प्रयोग बढ़ा दें। इसके साथ साथ विटामिन सी, प्रचुर मात्र में ग्रहण करें। आंवला, आम और हल्दी के सेवन से मुंह से जुड़ी अन्य बीमारियों से भी छुटकारा पाया जा सकेगा।
अंत में डॉक्टर नरेंद्र कुमार ने कहा कि "Say NO To Cigarette...." ।