प्रयागराज निगम चुनाव में प्रत्याशियों के प्रचार के लिए जुटे भाजपा के दिग्गज
प्रयागराज निगम चुनाव में प्रत्याशियों के प्रचार के लिए जुटे भाजपा के दिग्गज
_ मुंबई के भाजपा नेता अमरजीत मिश्र ने जनसभाओं को किया संबोधित
* प्रयागराज संवाददाता
प्रयागराज : "यूपी में राज्य सरकार के साथ ही महानगरपालिका की कार्य प्रणाली भी बदली है। ईज ऑफ़ डूइंग और फ़ास्ट अप्रूवल की नीति के चलते प्रदेश में औद्योगिक निवेश बढ़ा है। अब तो दुनिया के सारे देश यूपी में व्यावसायिक विस्तार की प्रबल संभावनाओं को मानने लगे हैं। इसलिए ही प्रयागराज़ निगम चुनाव में भाजपा को एकतरफ़ा जीत मिलेगी" यह बात मुंबई भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व राज्यमंत्री अमरजीत मिश्र ने कही।
प्रयागराज के शहर उत्तरी विधानसभा क्षेत्र के सादियाबाद वार्ड में पार्षद प्रत्याशी ज्ञानेंद्र मिश्र व महापौर प्रत्याशी उमेशचंद्र गणेश केसरवानी के समर्थन में आयोजित सभा में जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह के साथ श्री मिश्र भी शामिल हुए, जहां उन्होंने उपरोक्त उद्गार व्यक्त किए।
श्री मिश्र ने आगे कहा क़ि दुनिया का सबसे बड़ा आयोजन ,महाकुंभ जब प्रयागराज़ में सफल हुआ था तो उसके पीछे नगर निगम की शक्ति थी।
श्री मिश्र ने कहा कि जब से अपराध मुक्त उत्तर प्रदेश की खबरें आने लगी तो देश विदेश में कारोबार की इच्छुक कंपनियों की सूची में महाराष्ट्र , गुजरात , कर्नाटक जैसे औद्योगिक राज्यों के साथ यूपी का नाम भी शामिल हो गया। सूचना तकनीक, स्वास्थ्य , बुनियादी ढाँचे से जुड़ी कम्पनियों से लेकर कृषि क्षेत्र की बड़ी कंपनियां तक उत्तरप्रदेश में निवेश का विकल्प देख रही हैं।
भाजपा नेता ने यह भी कहा कि योगी जी ने अपराध व भ्रष्टाचार के मुद्दे पर ज़ीरो टोलरेंस की जो नीति बनाई उससे यूपी की छवि तो सुधरी ही है , इसके साथ ही बड़े उद्योग घरानों द्वारा निवेश के लिए पहली पसंद यूपी बन गया है। सीएम योगी द्वारा अपराधियों के विरुद्ध तैयार जनमानस का ही प्रभाव है कि अपराधियों को खुलेआम पार्टी में लेने का दुस्साहस अब कोई राजनीतिक पार्टी नहीं कर पा रही है। पहले जिन अपराधियों से लोग थर्राते थे , अब वही कुख्यात अपराधी क़ानून के भय से काँप रहे हैं। पुलिस वही, क़ानून वही , नियम वही... बस निज़ाम बदला तो क़ानून , नियम और पुलिस सब अपना काम करने लगे।
मुंबई के भाजपा नेता श्री मिश्र ने अंत में कहा कि यूपी के सीएम योगी जी ने देश के अन्य राज्यों को “एक ज़िला - एक उत्पाद” का मंत्र दिया तो हर जिले की अहमियत बढ़ गई। पीएम मोदी ने “एक भारत- श्रेष्ठ भारत” का अभियान चलाया तो दो राज्यों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान का सिलसिला बढ़ा। देश में एक नई कार्य संस्कृति दिखने लगी।