यूनिवर्सिटी लिविंग द्वारा सोशल स्कॉलरशिप्स की घोषणा

यूनिवर्सिटी लिविंग द्वारा सोशल स्कॉलरशिप्स की घोषणा

यूनिवर्सिटी लिविंग द्वारा सोशल स्कॉलरशिप्स की घोषणा

~ समाज पर प्रभाव डालने वाले स्टूडेंट्स को सम्मानित करेगी 

* बिज़नेस रिपोर्टर

      यूनिवर्सिटी लिविंग, जो कि दुनियाभर के विद्यार्थियों को आवास उपलब्ध कराने वाली एक प्रमुख प्रदाता है, ने सोशल स्कॉलरशिप्स की पेशकश की है। यूनिवर्सिटी लिविंग द्वारा ब्रिटेन (यूके) में छह स्थानों पर इन-हाउस सोशल स्कॉलरशिप की शुरुआत की गई है। सच ही कहा गया है कि किसी भी स्टूडेंट को बनाने में सिर्फ अंकों का ही योगदान नहीं होता है और यूनिवर्सिटी लिविंग भी इस कथन का पूरी तरह समर्थन करती है।

      यह स्कॉलरशिप लंदन, बर्मिंघम, लिवरपूल, कोवेंट्री, शेफील्ड और लेसेस्टर में विश्वविद्यालयों में आवेदन करने वाले छात्रों के लिये उपलब्ध है। इनमें से 5 का मूल्य 1000 पाउंड है, लंदन स्कॉरलरशिप की तीन श्रेणियां हैं - 1000 पाउंड, 1500 पाउंड, और 2500 पाउंड। दुनिया भर के विद्यार्थियों को यह छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी, फिर चाहे वे किसी भी देश के नागरिक हों। इन-हाउस सोशल स्कॉलरशिप विद्यार्थियों के आवास खर्च के हिस्से को कवर करेगी और यूनिवर्सिटी लिविंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से बुक किए गए किसी भी आवास के लिये मान्य है। छात्रों को बस एक फॉर्म ऑनलाइन भरना होगा, यूनिवर्सिटी लिविंग के माध्यम से अपना आवास बुक करना होगा, उनके द्वारा बनाए गए सामाजिक प्रभाव को समझाते हुए एक वीडियो रिकॉर्ड करना होगा और इसे यूनिवर्सिटी लिविंग (@uni.living) को टैग करते हुए इंस्टाग्राम पर अपलोड करना होगा।

     यूनिवर्सिटी लिविंग के फाउंडर एवं सीईओ, सौरभ अरोड़ा ने कहा, “स्टूडेंट्स पर बेहतर अंक पाने, अपना कौशल बढ़ाने और लगातार आगे बढ़ते रहने के दबाव के साथ, यूनिवर्सिटी लिविंग में हमारा मानना था कि सामाजिक जिम्मेदारी का दबाव होना उतना ही जरूरी है। यह समझना जरूरी है कि ऐसे सामाजिक मुद्दों पर ध्यान देना जरूरी है, जोकि हमारी आने वाली पीढ़ी को आने वाले बदलावों के साथ तालमेल बिठाने में मदद कर पाएं।”

     यूनिवर्सिटी लिविंग के को-फाउंडर एवं सीओओ, मयंक माहेश्वरी ने कहा, "हम स्टूडेंट्स को शाबाशी के तौर पर और हम पर भरोसा करने के लिये उन्‍हें अपनी तरफ से कुछ देना चाहते हैं। अंकों को योग्यता मानदंड के रूप में नहीं माना जाएगा, स्टूडेंट्स में केवल सामाजिक विवेक को देखा जा रहा है। ऐसे स्टूडेंट्स, जिन्होंने सक्रियता से इस कार्य को पूरा किया है और बदलाव लाने में मदद की है, आवदेन के लिये उनका स्वागत है।”

    पिंपरी चिंचवड़ एजुकेशन ट्रस्ट एसबी पाटिल कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर एंड डिजाइन की छात्रा तेजस्विनी देशमुख ने पहली बार 5000 पाउंड की विशेष छात्रवृत्ति हासिल की है। यह नॉटिंघम ट्रेंट यूनिवर्सिटी, लंदन में आवेदन करने वाले छात्रों के लिये एक सोशल स्कॉलरिशप थी - यूनिवर्सिटी लिविंग द्वारा शुरू की गई पहली छात्रवृत्ति में से एक। वह इस साल सितंबर में नॉटिंघम ट्रेंट यूनिवर्सिटी में डिजिटल आर्किटेक्चर और कंस्ट्रक्शन में एमएससी की पढ़ाई करने के लिए जाने वाली हैं।