विष्णु निवास चाल के 36 किरायेदारों को न्याय दिलाने के लिए जब 'एक्शन' में आए  गोपाल शेट्टी' !

विष्णु निवास चाल के 36 किरायेदारों को न्याय दिलाने के लिए जब 'एक्शन' में आए  गोपाल शेट्टी' !

विष्णु निवास चाल के 36 किरायेदारों को न्याय दिलाने के लिए जब 'एक्शन' में आए  गोपाल शेट्टी' !

- धरना आंदोलन से उड़ाई मनपा प्रशासन की नींद !

- सर्वत्र हो रही है प्रशंसा, सबने कहा  'जनता का अपना दमदार जनसेवक'

- शेट्टी ने कहा - ऐसे कानून की  आवश्यकता है जिसमें चाल हो या रिडेवलपमेंट की इमारत, बिल्डर निवासी को किराया दे और मकान का नियत पर पजेशन देने की लिखित गारंटी भी

* अमित मिश्रा

   बोरीवली : बोरीवली (पश्चिम) में आर.एम.भट्टड मार्ग पर स्थित विष्णु निवास चाल के 36 किरायेदारों को उनके हक का घर प्रदान करवाने के विकासक के वादे के बावजूद, महानगरपालिका अधिकारियों ने आश्चर्यजनक रूप से उस चाल को    'सी-1' श्रेणी में वर्गीकृत कर और पुलिस प्रशासन को साथ रखकर उस चाल के पानी और बिजली का कनेक्शन  काटकर दिया । जिससे वहां हाहाकर मच गया । इस अन्याय के खिलाफ उत्तर मुम्बई के पूर्व सांसद जनसेवक गोपाल शेट्टी ने बोरीवली पुलिस स्टेशन के सामने विरोध स्वरूप धरना-आंदोलन छेड़कर सनसनी मचा दी। फिर तो देखते-देखते यह खबर बिजली की तरह सम्पूर्ण उत्तर मुम्बई में  फैल गई और फिर कुछ ही देर में जनसेवक गोपाल शेट्टी के सैकड़ों समर्थक और कार्यकर्ता बोरीवली पुलिस स्टेशन जा पहुंचे। अखबारों और चैनलोँ के रिपोर्टरों और कैमरामैनों ने अपना काम शुरू कर दिया। इसके बाद स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने उनकी जायज मांगों को सुना और संज्ञान में लिया।

    जनसेवक गोपाल शेट्टी ने बोरीवली पुलिस के साथ-साथ सहायक आयुक्त (आर/सेंट्रल डिवीजन) के कार्यालय में भी अदालत की अवमानना ​​का हवाला देते हुए कड़ा रुख अख्तियार कर लिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि संबंधित मामला अदालत में लंबित होने के बावजूद किरायेदारों का पानी और बिजली आपूर्ति सेवा खंडित करने की घटना अत्यंत गंभीर है , अतः दोषियों को बख्शा नहीं जाए।

   जनसेवक गोपाल शेट्टी ने मनपा अधिकारियों को जिम्मेदारी का एहसास कराया और की गई  अमानवीय कार्रवाई पर जवाब देने को कहा। जिसका उत्तर किसी के पास नहीं था। तब चाल के मालिक और विकासक को सहायक आयुक्त की उपस्थिति में बुलाया गया। जिनसे गोपाल शेट्टी ने उनसे किरायेदारों को उनका वाजिब घर देने का लिखित आश्वासन ले लिया। तब जाकर अन्याय के खिलाफ उनका संघर्ष खत्म हुआ ।
  जनसेवक गोपाल शेट्टी के मजबूत नेतृत्व ने विष्णु निवास चाल के 36 परिवारों के साथ-साथ मुंबई के नागरिकों को न्याय के लिए लड़ने का  नया तरीका दिया।

   जनसेवक गोपाल शेट्टी के दृढ़ रुख ने आम नागरिकों के लिए लड़ने वाला उन्हें जनता का एक सच्चा प्रतिनिधि बनाया और उन्होंने एक मिसाल कायम की ।

  आज गोपाल शेट्टी के कार्यों की सर्वत्र सराहना हो रही है । उनके निडर एवं संवेदनशील नेतृत्व ने क्षेत्र के नागरिकों का विश्वास मजबूत किया है।  लोकतंत्र में एक जिम्मेदार एवं सफल नेता के रूप में उनकी छवि और अधिक उज्जवल हो गयी है।