साहित्य और संगीत के बिना मानव जीवन अधूरा –डॉ मंजू लोढ़ा

साहित्य और संगीत के बिना मानव जीवन अधूरा –डॉ मंजू लोढ़ा

साहित्य और संगीत के बिना मानव जीवन अधूरा –डॉ मंजू लोढ़ा

* मुंबई संवाददाता

   मुंबई : साहित्य और संगीत मानव जीवन के लिए अत्यावश्यक विधा है। इसके बिना मानव जीवन अधूरा है। जिओ साउथ मुंबई, टैलेंट शो प्रतियोगिता के अध्यक्ष के रुप में बोलते हुए प्रख्यात साहित्यकार डॉ. मंजू लोढ़ा ने उपरोक्त बातें कहीं।

उन्होंने  आगे कहा कि जीवन को हमेशा आनंद के साथ खुले मन से,पल पल को जीना चाहिए।

    कार्यक्रम का थीम–आओ झूमें , नाचें गाए ,भक्ति नृत्य संगीत था, जिसमें अनेक प्रतियोगियों ने भाग लिया। कार्यक्रम की प्रमुख अतिथि रेखा गौर ने प्रतियोगियों की सराहना करते हुए उनका हौसला अफजाई की।

   प्रतियोगिता के निर्णायक के रूप में रेखा राव, मालती जैन , अनुजा जवेरी तथा डॉ ममता सिंह उपस्थित रहीं। प्रतियोगिता की संयोजिकाएं देविना शाह, चंदा चोपड़ा, सीमा जैन तथा वीणा कोठारी का सराहनीय योगदान रहा।

कार्यक्रम के अंत में संस्था की सचिव इंद्रा खिमेसरा तथा कोषाध्यक्ष उषा मुनोत ने उपस्थित सभी महिलाओं को धन्यवाद दिया।