76 महिलाओं को रोजगार के लिए 76 सिलाई मशीनें देकर उत्तर भारतीय संघ ने मनाया आजादी का जश्न
76 महिलाओं को रोजगार के लिए 76 सिलाई मशीनें देकर उत्तर भारतीय संघ ने मनाया आजादी का जश्न
* संवाददाता
मुंबई : बांद्रा पूर्व स्थित उत्तर भारतीय संघ में देशभक्ति के तरानों के बीच स्वतंत्रता दिवस की वर्षगांठ धूमधाम से मनाई गई। इस मौके पर उत्तर भारतीय संघ के अध्यक्ष संतोष आरएन सिंह की तरफ से 76 जरूरतमंद महिलाओं को रोजगार शुरू करने के लिए 76 सिलाई मशीनों का वितरण किया गया।
इस अवसर पर संस्था अध्यक्ष संतोष आरएन सिंह ने कहा कि संघ का हमेशा से प्रयास रहा है कि सामाजिक कार्यों को बढ़ावा दिया जाए और इसका लाभ समाज के आखिरी पंक्ति तक के लोगों को मिल सके। इस बार उत्तर भारतीय संघ की वर्किंग कमेटी ने फैसला किया था कि जरूरतमंद महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए सिलाई मशीन का वितरण किया गया। इस अभियान से महिलाओं का सशक्तिकरण होगा और वे अपना स्वरोजगार शुरू कर सकेंगी।
उन्होंने आगे कहा कि हमें लंबे संघर्ष के बाद आजादी मिली है। तिरंगा हमारी जान है और आज तो देशभक्ति दिल से निकलती है। आज पूरी शान से उत्तर भारतीय समाज ने आजादी का जश्न मनाया है।
इस मौके पर पेश किए गए देशभक्ति के गीतों से सराबोर कार्यक्रम का अलग समा बंध गया। "है प्रीत जहाँ की रीत सदा" जैसे लोकप्रिय देशभक्ति गीत पर कार्यक्रम में मौजूद प्रत्येक शख्स ने हाथ में तिरंगा लहराकर देश के प्रति अपने प्रेम का इजहार किया।
इस दौरान बाबू आरएन सिंह अतिथि गृह में उत्तर भारतीय संघ के युवा अध्यक्ष संजय सिंह के माता-पिता कमला सिंह और शंभुनाथ सिंह की स्मृति में निर्मित वातानुकूलित कक्ष का लोकार्पण किया गया। साथ ही ठाकुर अजय सिंह के माता-पिता स्वर्गीय कमला देवी सिंह व स्वर्गीय रामनारायण सिंह वातानुकूलित कक्ष का लोकार्पण भी किया गया। इसके लिए दोनों ने संघ को 5-5 लाख रुपए का दान दिया था।
इस मौके पर ओमप्रकाश सिंह ढाई लाख रुपए देकर वर्किंग कमेटी के सदस्य बने और दहिसर की रेणु मल्लाह ट्रस्टी बनीं। दोनों का संघ की तरफ से सम्मान किया गया।
कार्यक्रम में पूर्व मंत्री कृपाशंकर सिंह, भाजपा विधायक राजहंस सिंह, मुंबई भाजपा उपाध्यक्ष अमरजीत सिंह तथा आचार्य पवन त्रिपाठी, आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली, मुंबई भाजपा प्रवक्ता उदयप्रताप सिंह तथा अजय सिंह, संघ के कार्याध्यक्ष शारदा प्रसाद सिंह तथा उपाध्यक्ष राधेश्याम तिवारी सहित बड़ी संख्या में उत्तर भारतीय समाज के दिग्गज उपस्थित थे।