कविता : जय जय श्री गणेश
कविता : जय जय श्री गणेश ....
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जय जय श्री गणेश,जय जय श्री गणेश।
अष्टविनायक विघ्नेश्वर गौरी सुत गणेश।।
महिमा तेरी अपरंपार,कृपा दृष्टि बारंबार-2
माता उमा महतारी पिताश्री महेश।
जय जय श्री गणेश, जय जय श्री गणेश।।
श्रद्धा लेकर जो भी आया,इच्छापूर्ति का फल पाया-2
बाधा-विपदा दूर भागते,हरते सब कलेश।
जय जय श्री गणेश, जय जय श्री गणेश।।
प्रथम पूज्य गणनायक, एकदंत विनायक-2
सुखकर्ता दुखहर्ता तारण विघ्नेश।।
जय जय श्री गणेश,जय जय श्री गणेश।।
* विनय शर्मा 'दीप'
(कवि एवं पत्रकार, मुंबई )