देश दुनिया की खबर पहुंचाने वाले समाचार पत्र विक्रेताओं की "अपनी खबर" जनसेवक गोपाल शेट्टी ने पहुंचाई सीएम तक !

देश दुनिया की खबर पहुंचाने वाले समाचार पत्र विक्रेताओं की "अपनी खबर" जनसेवक गोपाल शेट्टी ने पहुंचाई सीएम तक !

 देश दुनिया की खबर पहुंचाने वाले समाचार पत्र विक्रेताओं की "अपनी खबर" जनसेवक गोपाल शेट्टी ने पहुंचाई सीएम तक ...!

- बिना किसी शुल्क या मामूली शुल्क के साथ व्यवसाय के लिए योग्य और सुरक्षित जगह दिलाने की शेट्टी ने की मांग

- शेट्टी की राय में निर्धारित जगह पर समाचार पत्र की होगी विक्री तो यातायात भी नहीं होगा बाधित

- समाचार पत्र विक्रताओं के सम्मानजनक जीवनयापन के लिए जनसेवक गोपाल शेट्टी का उत्कृष्ट प्रयास 

* अमित मिश्रा

    बोरीवली : देश दुनिया की 'खबर' जन -जन तक समाचार पत्र विक्री के माध्यम से पहुंचाने वाले मुम्बई के समाचार पत्र विक्रताओं की 'अपनी खबर' लेनेवाला कोई नहीं। ऐसे में इन्हें सम्मान से व्यवसाय कर संतोष भरा भयमुक्त जीवन दिलाने के लिए प्रसिद्ध जन सेवक और उत्तर मुम्बई के पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी ने पुनः कमर कस ली है और सरकारी स्तर पर इसके लिए प्रयास करते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़वणीस को पत्र लिखा है।

    जनसेवक गोपाल शेट्टी ने पत्र में लिखा है कि मुम्बई के समाचार पत्र विक्रेता अनेक दशकों से प्रतिकूल परिस्थितियों में अनवरत कार्य करते हुए समाचार पत्र नागरिकों तक पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं। जब मैं नगरसेवक के रूप में जनता को सेवाएं और सुविधाएं देने में लीन था तब भी मैंने इन समाचार पत्र विक्रताओं की आवश्यकताओं को समझते हुए इनके लिए समाचार पत्र विक्री करने के लिए योग्य और सुलभ स्थान सुनिश्चित कराने का प्रयास किया था। गत 30 वर्षों से इनके लिए योग्य व्यवस्था संबंधित मेरी मांग प्रलंबित ही रही है। इस दिशा में समाधानकारक हल अभी तक नहीं निकल सका है। इन समाचार विक्रताओं का कार्य अल सुबह मुंह अंधेरे शुरू हो जाता है । ऐसे में उन्हें  समय मर्यादा में सुरक्षित और योग्य स्थान सुनिश्चित करने की नितांत आवश्यकता लग रही है। वर्तमान में फुटपाथ या सार्वजनिक स्थान की जगह पर ठंडी, गर्मी और बारीश में इन्हें कार्य करना पड़ता है। ऐसे में उचित स्थान न होने के कारण ट्रैफिक या यातायात की असुविधा से लेकर इनकी सुरक्षा से जुड़ी विपरित स्थितियां भी बन जाती हैं।

  जन सेवक गोपाल शेट्टी ने पत्र में आगे लिखा है कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार ने मराठी को अभिजात्य भाषा का गौरवशाली दर्जा दिया है। ऐसे में अंधेरी के समाचार पत्र विक्रेताओं ने आनंदोत्सव मनाकर इस निर्णय का मन:पूर्वक स्वागत किया। मराठी भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए मराठी के लेखकों, साहित्यकारों और मराठी प्रेमियों का प्रयास अतुलनीय है। पर इस भाषा को जगभर पहुंचानेवाले समाचार पत्र-पत्रिका विक्रताओं को उनके इस कार्य और व्यवसाय के लिए उनको उनके हक का स्थान उपलब्ध कराना प्रशासन की जिम्मेदारी है। इसके लिए प्रशासन द्वारा ठोस योजना बनाने की नितांत आवश्यकता है। 
  मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को संबोधित करते हुए पत्र के अंत में पूर्व सांसद शेट्टी ने लिखा है कि आम इंसान के रूप में जीवन का निर्वहन करते हुए आप आज मुख्यमंत्री के गरिमामय पद तक पहुंचे हैं ऐसे में इन समाचार पत्र विक्रेता आम इंसान की परिस्थितियों को आप बेहतर समझते हैं। ऐसे में मेरा आग्रह है कि सम्पूर्ण महाराष्ट्र के समाचार पत्र विक्रताओं को  व्यवसाय करने और सन्मान से जीने के लिए उन्हें हमेशा के लिए उचित जगह देने की व्यवस्था कराई जाए। संभव हो तो यह स्थान बिना किसी शुल्क के अथवा मामूली शुल्क लेते हुए प्रशासन उन्हें जगह दे दे तो उनके जीवन स्तर में अवश्य सुधार आयेगा, यह मेरा 'विशेष आग्रह' है।