भारतीय मूल की आर्टिसनल कॉफ़ी/चाय के ब्रांड्स की मांग बढ़ेगी
भारतीय मूल की आर्टिसनल कॉफ़ी/चाय के ब्रांड्स की मांग बढ़ेगी : गोदरेज फूड ट्रेंड्स रिपोर्ट
~ इंग्रेडिएंट इंफ्यूज़्ड अल्कोहोलिक पेय भी होंगे लोकप्रिय
* बिज़नेस रिपोर्टर
आज के दौर में लोग उनकी खानपान की आदतों के बारे में काफी जागरूक और सतर्क हो गए हैं। हम जो पी रहे हैं उसका स्वास्थ्य मूल्य क्या और कितना है यह जानने के लिए काफी लोग उत्सुक होते हैं। भारत में पेय उद्यम के रुझानों को जानने हेतु गोदरेज फूड ट्रेंड्स रिपोर्ट 2022 प्रकाशित की गई है। इस क्षेत्र में संपूर्ण स्वास्थ्य और डिटॉक्स प्राकृतिक तरीकों से करने के लिए घर पर फर्मेंट की जाने वाले पेय बनाकर उन्हें पीने में लोगों की रूचि बढ़ती हुई महामारी के दौर से दिखाई दे रही है। इसके अलावा रोस्टरीज़ और कूर्ग से लेकर चिकमंगलूर तक और देश के अन्य इलाकों में बनाई जाने वाली आर्टिसनल फार्म टू कप कॉफ़ी की सुगंध भी देश के कई घरों में महकने लगी है। फेनी जैसे पारंपरिक पेयों के साथ-साथ कई भारतीय लेबल्स के स्वाद भी भारतीय युवाओं को पसंद आ रहे हैं, जिसकी वजह से भारतीय स्पिरिट्स के उद्यम में मांग में तेज़ी आयी है।
अपने पेयों का सेवन किस प्रकार से करते हैं, इसकी पूरी इकोसिस्टम में परिवर्तन ला सकते हैं ऐसे कुछ ट्रेंड्स और अनुमान विशेषज्ञों ने बताए हैं, आइए उनके बारे में जानते हैं:
भारतीय मूल के गोरमे आर्टिसनल कॉफ़ी/चाय के ब्रांड्स की मांग बढ़ेगी, यह भविष्यवाणी 52.4% विशेषज्ञों ने की है।
47.7% विशेषज्ञों को उम्मीद है कि कोल्ड ब्र्यू चाय और कॉफ़ी के विकल्प ज़्यादा पसंद किए जाएंगे।
52.4% पैनल मानता है कि, इंग्रेडिएंट इंफ्यूज़्ड और फ्लेवर्ड अल्कोहलिक पेयों और भारत में बनाए जाने वाले स्पिरिट्स के बारे में लोगों में रूचि बढ़ेगी।
प्रतिरोध क्षमता और क्रियात्मक स्वास्थ्य को बढ़ा सकें ऐसे स्वास्थ्यवर्धक पेयों की मांग बढ़ेगी यह भविष्यवाणी 38.5% खाद्य विशेषज्ञों ने की है।
49.2% विशेषज्ञों को लगता है कि घरेलु बारटेन्डिंग के लिए मिक्सर्स का इस्तेमाल भारत में बढ़ेगा।
कुलिनरी विशेषज्ञों में से 47.6% उम्मीद करते हैं कि घर पर बनाए जाने वाले फर्मेन्टेड पेयों की मांग बढ़ेगी।
बेवरीज विशेषज्ञों में से 47.6% का मानना है कि भारत में बनाए जाने वाले स्पिरिट्स की मांग बढ़ेगी।
गोदरेज फूड्स ट्रेंड्स रिपोर्ट 2022 की क्यूरेटिंग एडिटर श्रीमती रुशिना मनशॉ घिल्डियाल ने कहा, "पेय पदार्थों का अनुभव बहुत ही आसानी से लिया जा सकें ऐसी सुविधाओं के ज़रिए 2021 में कई प्रकार के पेय उपभोक्ताओं के घरों में दाखिल हुए। समय और खर्च करने के लिए पैसे दोनों ही काफी बचने लगे और उपभोक्ताओं ने पेय पदार्थों की अपनी पसंद, हॉबीज़ पूरी करने पर ध्यान देना शुरू किया। हमारे पैनल ने पूर्वानुमान किया था कि, अपने पसंदीदा पेयों को घर में बनाने का ट्रेंड 2022 में बढ़ेगा। पैनल में लगभग आधे विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले कुछ सालों में मूल भारतीय आर्टिसनल कॉफी और चाय की लोकप्रियता बढ़ती रहेगी। घरों में होने वाले सोशल गेदरिंग्स में होम बारटेन्डिंग के लिए मिक्सर्स का इस्तेमाल किया जाएगा। इस क्षेत्र में नवाचार से खाद्य और पेय उद्यमों को प्रेरणा मिलेगी और घरों में बनाए जाने वाले पेय पदार्थों के मार्केट की एक बड़ी हिस्सेदारी बनेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि फर्मेंट्स के बारे में उपभोक्ताओं का आकर्षण कम नहीं होगा। हॉबीस्ट लोग घर पर बनाए जाने वाले फर्मेन्टेड पेयों पर नए प्रयोग करते रहेंगे।"