गोराई के भूमिपुत्रों को न्याय दिलाने के लिए सांसद गोपाल शेट्टी का यलगार ...!
गोराई के भूमिपुत्रों को न्याय दिलाने के लिए सांसद गोपाल शेट्टी का यलगार...!
_ पुश्तैनी मकानों को जमींदोज करनेवाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की कर दी मांग !
_ राजस्व मंत्री को सांसद गोपाल शेट्टी ने लिखा खुला खत ...
* अमित मिश्रा
बोरीवली : उत्तर मुंबई के लोकप्रिय भाजपा सांसद गोपाल शेट्टी, गोराई के उन भूमि पुत्रों की व्यथा जानने और उन्हें इंसाफ दिलाने के लिए कमर कसकर मैदान में उतर चुके हैं जिनके पुश्तैनी मकानों को पिछले दिनों तहसीलदार श्रद्धा चौहान के कथित आदेश पर भरी बरसात के दिनों में तोड़कर जमींदोज कर दिया गया था। गोराई के बेघर हुए नागरिकों की मदद करने की ठान चुके सांसद गोपाल शेट्टी ने नौकरशाहों के फरमान और करतूत के खिलाफ राजस्व मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटील को खुला पत्र लिखकर गोराई में मनमानी कर चुके अधिकारियों के प्रकरण को संज्ञान में लाया है ।
अपने पत्र में सांसद श्री शेट्टी ने लिखा है कि बोरीवली पश्चिम में गोराई खाड़ी की दूसरी तरफ (उस पार) पिछले दिनों तहसीलदार (अतिक्रमण/ निष्कासन विभाग) श्रद्धा चौहान और अन्य अधिकारियों द्वारा फोटो पास धारी भूमि पुत्रों के मकानों को बेदर्दी से तोड़वाया गया है, जिससे वहां के भूमि पुत्रों में भारी आक्रोश है।
सांसद श्री शेट्टी के पत्र के अनुसार उन्होंने स्वयं जाकर स्पॉट विजिट की और अपनी आंखों से उन भूमि पुत्रों के जमींदोज कर दिए गए मकानों का निरीक्षण किया। उन्होंने लिखा है कि प्रदीर्घ काल तक जन सेवक के रूप में नागरिकों की सेवा के लिए सतत प्रयास व संघर्ष करता रहा हूं। गोराई के तोड़े गए मकानों को मैंने देखा और वहां के जेष्ठ नागरिक /भूमिपुत्र जिस प्रकार से अपनी व्यथा मुझे बता रहे थे वह सुनकर मेरी आंखें भी भर आईं।
सांसद गोपाल शेट्टी ने आगे उल्लेख किया है कि एक तरफ मुंबई में सन 2000 से 2011 तक के शासकीय/ प्रशासकीय भूखंडों पर अतिक्रमण कर मकान बनाने वालों को भी ₹ ढाई लाख के बदले में पक्के मकान देने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा मकान प्रदान करने की योजना है। वहीं गोराई में इस जगह कई पीढ़ियों से निवास कर रहे भूमि पुत्रों को उनके मकानों को गिराकर इस प्रकार की सख्ती से उन्हें निष्कासित करना महाराष्ट्र जैसे प्रगतिशील राज्य के लिए शोभनीय नहीं होगा ऐसा मुझे लगता है।
सांसद श्री शेट्टी ने लिखा है कि गोराई गांव परिसर में भारी मात्रा में शासकीय जमीनें हैं जिनका विकास कार्य शासन को अवश्य करना चाहिए इसके लिए पूरा सहयोग देना मेरा भी कर्तव्य है और मैं इसे पूरा भी करूंगा। मैंने पूरा जीवन शासकीय भूमि के संरक्षण का ही कार्य किया है। उस पर विकास के कार्य के लिए सदा सहयोगात्मक रुख अपनाया है। पर इसके साथ-साथ निजी मकानों पर लोगों को उनके अपने मकान का निर्माण कराने में परेशानी न हो इसके लिए भी मेरा दायित्व रहा है। मैं इसके लिए भी प्रयासरत रहा हूं ।
सांसद श्री शेट्टी ने आगे लिखा है कि अगर किसी का शासकीय जमीन पर मकान है और शासन ने कानूनी रूप से उसे लिया या लेना चाहती है तो ऐसे मकानों में रहने वाले लोगों को आसपास ही कहीं उचित जगह उपलब्ध कराई जाए ताकि वहां मकान बनाकर वे जीवनयापन कर सकें।
राजस्व मंत्री श्री पाटिल को संबोधित करते हुए सांसद श्री शेट्टी ने मांग की है कि तहसीलदार श्रद्धा चौहान और अन्य अधिकारी जिन्होंने सभी नियम, कानून और इंसानियत को छोड़ गोराई के भूमि पुत्रों के मकान तोड़कर उन्हें बेघर किया है इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इस पर राजस्व मंत्रालय द्वारा योग्य और सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए ।
इसके साथ-साथ सांसद श्री शेट्टी ने यह भी कहा है कि आवश्यकता पड़ने पर सभी राजनैतिक दलों के जन प्रतिनिधियों के साथ संयुक्त बैठक आयोजित की जाए, जिससे गोराई-मनोरी पुल निर्माण का कार्य और अन्य विकास कार्यों को लेकर चर्चा हो और फिर योग्य कदम उठाते हुए गोराई के विकास को गतिशीलता मिले।