बैंकों में सायबर सुरक्षा से जुड़े सांसद गोपाल शेट्टी के प्रश्नों पर वित्त राज्य मंत्री का सार्थक जवाब
बैंकों में सायबर सुरक्षा से जुड़े सांसद गोपाल शेट्टी के प्रश्नों पर वित्त राज्य मंत्री का सार्थक जवाब
* विशेष संवाददाता
बैंकों में सायबर अपराधों पर लगाम से जुड़े सांसद गोपाल शेट्टी के प्रश्नों का वित्त मंत्री ने उत्तर दे दिया है। सांसद गोपाल शेट्टी ने लोकसभा के माननीय सदन में अतारांकित प्रश्न ( संख्या 1822 ) उपस्थित करते हुए वित्त मंत्री से सवाल पूछा था कि क्या वित्त मंत्री यह बताने की कृपा करेंगे कि क्या सरकार ने बैंकों में लगातार बढ़ रहे साइबर अपराधों को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक के अधीन एक आधुनिक उच्च योग तकनीकी साइबर सुरक्षा दल तैनात करने के लिए कोई कदम उठाए हैं अथवा उठाने का विचार है ? और यदि हां , तो तत्संबंधी ब्योरा क्या है ?
सांसद श्री शेट्टी के प्रश्र के अनुसार क्या सरकार को इस संबंध में मई, 2023 में जन प्रतिनिधियों से भी अभ्यावेदन प्राप्त हुए हैं ? यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है और सरकार द्वारा इस संबंध में क्या कार्रवाई की गई है अथवा करने का विचार है?
बैंकों की सायबर सुरक्षा से जुड़े सांसद गोपाल शेट्टी के इन सवालों के उत्तर में वित्त मंत्रालय में राज्य मंत्री डॉ. भागवत कराड ने विस्तार से जानकारी दी है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने विनयमित संस्थाओं के सायबर सुरक्षा और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) से संबंधित जोखिमों को विनियमित करने तथा इसका पर्यवेक्षण करने के लिए वर्ष 2016 में पर्यवेक्षण विभाग के अंतर्गत साइबर सुरक्षा और सूचना प्रौद्योगिकी जोखिम जांच
(सीएसआईटीई) के रूप में एक विशेषीकृत समूह का गठन किया गया था। सीएसआईटीई समहू में तकनीकी रूप से दक्ष और योग्य कार्मिक होते हैं। इन्हें अपने पर्यवेक्षण प्रक्रियाओं में रिजर्व बैंक सूचना और प्रौद्योगिकी लिमिटेड (आरबीआई की अनुषंगी) से तकनीकी संसाधनों के माध्यम से सहायता
प्राप्त होती है। बैंकों की साइबर सुरक्षा तैयारी को सशक्त बनाने के लिए सीएसआईटीई समूह समय-समय पर कई विनियामकीय और पर्यवेक्षणीय कदम उठा रहा है।
वित्त राज्यमंत्री द्वारा श्री शेट्टी को प्रदत्त जानकारी के अनुसार आरबीआई ने रिपोर्ट की गई किसी बड़ी घटना का समाधान करने, जिसमें साइबर संकट पर प्रतिक्रिया देने के तरीके शामिल हैं के लिए साइबर संकट प्रबंधन समहू का भी गठन भी किया है। आरबीआई भारतीय कंप्यटूर आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम (सीईआरटी-इन) किसी काल्पनिक परिदृश्य के आधार पर बैंकों में साइबर सुरक्षा की तैयारी की जांच करता है। इसके अतिरिक्त बैंकों की साइबर आघात सहने की क्षमता का आकलन करने के वलए आरबीआई वर्ष 2015 से नियमित वित्तीय जांच से अलग बैंकों की आईटी जांच करता है।
वित्त राज्य मंत्री ने आगे बताया है कि वित्तीय सेवाएं विभाग को मई 2023 में एक जन अभ्यावेदन का संदर्भ प्राप्त हुआ था। वित्तीय सेवाएं विभाग ने 3 जुलाई 2023 के पत्र के माध्यम से अन्य बातों के साथ-साथ आरबीआई में सायबर सुरक्षा दल की व्यवस्था , सायबर चुनौती का समाधान करने के लिए उनके द्वारा की गई कई पहल और नीतिगत उपायों के बारे में सूचित किया है।