प्रॉपटेक कंपनियों में निजी इक्विटी निवेश में 35 फीसदी की बढ़ोतरी
प्रॉपटेक कंपनियों में निजी इक्विटी निवेश में 35 फीसदी की बढ़ोतरी : housing.com रिपोर्ट
~ निवेश रिकॉर्ड 741 मिलियन डॉलर के स्तर पर पहुंच गया
* बिज़नेस रिपोर्टर
पिछले साल के दौरान प्रॉपटेक (प्रॉपर्टी टेक्नोलॉजी) कंपनियों में निजी इक्विटी (पीई) निवेश 35 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ रिकॉर्ड 741 मिलियन डॉलर के स्तर पर पहुंच गया। Housing.com की रिपोर्ट के मुताबिक, रियल एस्टेट सेक्टर में तकनीक को अपनाए जाने के बढ़ते स्तर ने इस निवेश को गति दी है।
आरईए इंडिया के स्वामित्व वाले प्रमुख पूर्ण स्टैक डिजिटल रियल एस्टेट प्लेटफॉर्म Housing.com के शोध के मुताबिक, कैंलेडर वर्ष 2020 के दौरान प्रॉपटेक कंपनियों में 551 डॉलर की पूंजी आई। वहीं 2009 से 2021 के दौरान भारत में प्रॉपटेक इंडस्ट्री को कुल 3.2 बिलियन डॉलर की निजी फंडिंग हासिल हुई।
निवेश में निजी इक्विटी, उद्यम पूंजी, डेट, पीआईपीई (सार्वजनिक संस्थाओं में निजी निवेश), परियोजना स्तर के निवेश, और शुरुआती, विकास व बाद के चरणों में हुआ प्री-आईपीओ इक्विटी सौदा शामिल है।
Housing.com की "प्रॉपटेक इंडिया मॉनिटर 2022" वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक, 2010 के बाद से भारत में प्रॉपटेक फर्म्स में निजी इक्विटी निवेश 55 फीसदी सीएजीआर की दर से बढ़ रहा है। Housing.com आरईए इंडिया का हिस्सा है, जिसके पास PropTiger.com और Makaan.com का मालिकाना हक है।
बढ़ते निवेशकों के विश्वास ने प्रॉपटेक में निजी इक्विटी निवेश के औसत सौदे के आकार को गति दी है और यह 2021 में 25 मिलियन अमेरिकी डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर जाने में सफल रहा है।
Housing.com, PropTiger.com और Makaan.com के ग्रुप सीईओ ध्रुव अगरवाला ने कहा, "महामारी निश्चित रूप से भारत में प्रॉपटेक क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई है। कई अन्य क्षेत्रों की तरह, रियल एस्टेट इस अवधि के दौरान डिजिटल अपनाए जाने की प्रवृत्ति का लाभ उठाने में कामयाब रहा। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और मशीन लर्निंग जैसे नए युग की तकनीकों को अपनाना, वर्चुअल और ऑगमेंटेड रियलिटी और ब्लॉकचेन ने प्रॉपटेक में स्टार्टअप्स के लिए नए अवसर खोले हैं।"
श्री अगरवाला ने कहा, "हम मानते हैं कि भारत में प्रॉपटेक का विकास जारी रहेगा और भविष्य में यह दक्षता, व्यापकता, डेटा-समर्थित निर्णय लेने और स्थिरता जैसे प्रमुख पहलुओं के आस-पास केंद्रित रहेगा। प्रौद्योगिकी को अपनाने से सभी हितधारक सशक्त होंगे क्योंकि कंपनियां बहुत तेजी से अपना दायरा बढ़ाते हुए अपने उपभोक्ता अनुभव में सुधार करेंगी, बेहद-जरूरी पारदर्शिता लाएंगी और तेजी से निर्णय लेने में सहायता करेंगी।”
शोध के अनुसार, बिक्री और मार्केटिंग करने वाली और निर्माण प्रौद्योगिकी प्रदान करने वाली टेक फर्मों ने पिछले कैलेंडर वर्ष के दौरान प्राप्त कुल 741 मिलियन अमेरिकी डॉलर निवेश का 69 प्रतिशत हिस्सा हासिल किया। कुल पीई निवेश में कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी फर्म्स की हिस्सेदारी 2021 में बढ़कर 36 प्रतिशत हो गई, जो वर्ष 2020 में केवल 4 प्रतिशत थी)।
बिक्री और मार्केटिंग में प्रॉपटेक फर्मों को पिछले साल कुल पीई निवेश का 33 प्रतिशत हिस्सा मिला, जबकि 2020 कैलेंडर वर्ष में इसकी हिस्सेदारी 13 प्रतिशत थी। टेक-आधारित बिक्री और मार्केटिंग फर्म्स में निवेश 2021 में 3 गुना बढ़कर 241 मिलियन अमेरिकी डॉलर पहुंच गया, जो पिछले वर्ष में 70 मिलियन अमेरिकी डॉलर था।
कुल प्राप्त निवेश के मामले में को-वर्किंग और को-लिविंग में प्रॉपटेक फर्मों की हिस्सेदारी 2021 में गिरकर 14 प्रतिशत हो गई, जो 2020 में 36 प्रतिशत थी। साझा इकॉनमिक सेगमेंट, जिसमें को-वर्किंग और को-लिविंग संचालक शामिल थे, में पूंजी प्रवाह में गिरावट आई और यह 2020 के 198 मिलियन अमेरिकी डॉलर से 2021 में घटकर 104 मिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया। इस श्रेणी में निवेश में गिरावट की मुख्य वजह महामारी का प्रतिकूल प्रभाव है। रिपोर्ट में कहा गया है कि संक्रमण की कई लहरें और परिणामी लॉकडाउन के साथ-साथ सामाजिक दूरियों के मानदंडों और घर से काम करने के परिणामस्वरूप को-वर्किंग और को-लिविंग की जगहों की मांग में गिरावट आई है।