'बयार मित्र परिवार' ने शरद पूर्णिमा पर किया 'गरबा रास' और 'मातृ शक्ति सम्मान' का भव्य आयोजन

'बयार मित्र परिवार' ने शरद पूर्णिमा पर किया 'गरबा रास' और 'मातृ शक्ति सम्मान' का भव्य आयोजन

'बयार मित्र परिवार' ने शरद पूर्णिमा पर किया 'गरबा रास' और 'मातृ शक्ति सम्मान' का भव्य आयोजन

संवाददाता

     दहिसर : 'बयार मित्र परिवार' की ओर से शरद पूर्णिमा के अवसर पर 'गरबा रास' का भव्य आयोजन  किया गया।

   समाज के पुरुषों को जिनसे बल मिलता है, वह मातृस्वरूपा क्रियाशक्ति सदैव परदे के पीछे ही रहती है। किंतु 'बयार परिवार' ने यह निर्णय लिया कि इस वर्ष  समाज की उन माताओं का सम्मान करेंगे जिनके कारण समाज में संस्कार और संस्कृति जीवित है। 

   बयार मित्र परिवार का प्रयास रहा है कि नई उम्र के बच्चे भी ज्यादा से ज्यादा संख्या में आयोजनों में शिरकत करें और इस आयोजन में इस सोच को कामयाबी भी मिली।

   इसके पीछे यही उद्देश्य था कि बच्चे देखें कि माताओं ने कितना श्रम किया, संघर्ष किया, स्वयं को, परिवार को और समाज को कैसे एक सूत्र में बांधे रखा और भविष्य में बच्चों के लिए हमें भी तो कुछ अच्छा छोड़कर जाना है।

  सम्मान मूर्ति मातृशक्ति और गरबा रास के विजेताओं को वरिष्ठ समाजसेवी सुभाषचंद्र उपाध्याय, हरिशंकर तिवारी, वरिष्ठ पत्रकार अमित मिश्रा, सुभाष उपाध्याय, वरिष्ठ समाजसेवी और व्यवसायी बी.डी. सिंह (पिपासा ) .....

...शिवसेना के उत्तरभारतीय संगठक समाजसेवी एवं राजनेता हेमंत पांडेय ...

   ...वरिष्ठ पत्रकार अजय सिंह, रामपट उपाध्याय, प्रेम तिवारी , पंडित संतोष मिश्रा, हरीश तिवारी, उमेंद्र मिश्रा एवं सतीश मिश्रा के कर-कमलों से सम्मानित व पुरस्कृत किया गया।

   आयोजन को सफल बनाने में बयार के आधारस्तंभ अनिल मिश्र और सूर्यकांत उपाध्याय के मार्गदर्शन में सतीश दुबे, रमापति उपाध्याय, अरविंद मिश्रा, उपेंद्र सिंह, रविन्द्र उपाध्याय, अरविंद तिवारी, प्रदीप मिश्रा, एडवोकेट अशोक मिश्र, नीरज उपाध्याय, संतोष मिश्रा, हरि मिश्रा और धर्मेंद्र पांडेय की विशेष भूमिका रही जो कि सराहनीय है।