ब्लूसेमी ने पेरिस में आयोजित विवा टेक में भारत का प्रतिनिधित्व किया

ब्लूसेमी ने पेरिस में आयोजित विवा टेक में भारत का प्रतिनिधित्व किया

 ब्लूसेमी ने पेरिस में आयोजित विवा टेक में भारत का प्रतिनिधित्व किया

~ विश्व का पहला नॉन-इंवेसिव गैजेट ‘ईवायवीए’ दिखाने का मिला अवसर 

* बिज़नेस रिपोर्टर

     ब्लूसेमी , भारत की अग्रणी हेल्थटेक कंपनी है, जो अपनी प्रमुख पेशकशों से लोगों की जिन्दगी बदलने के लिए प्रतिबद्ध है, उसने एक और उपलब्धि हासिल की है। पूरे देश को गर्व से भर देनेवाली एक शानदार घटना में हेल्थटेक की इस अग्रणी कंपनी ने विवा टेक में भारत का प्रतिनिधित्व किया, जोकि यूरोप का सबसे बड़ा वार्षिक नवाचार, स्टार्ट-अप और तकनीकी आयोजन है।

ब्लूसेमी को अपना प्रमुख उत्पाद ईवायवीए दिखाने का अवसर मिला, जो विश्व का पहला नॉन-इंवेसिव गैजेट है और शरीर के 6 मुख्य मानकों को माप सकता है। यह गैजेट एक बार छूने पर 60 सेकंड में ब्लड ग्लूकोज, ईसीजी, दिल की धड़कन, ब्लड प्रेशर, एसपीओ2 और एचबीए1सी को माप सकता है। यूरोप में इस उत्पाद के विशेष आगमन के तहत इसका प्रदर्शन आयोजन में भारतीय पविलियन पर किया गया। विवाटेक एक्सपो का आयोजन 15 से 18 जून 2022 को पेरिस, फ्रांस में किया गया।

यह मौका भारत के लिये ज्यादा खास रहा, क्यों‍कि पहली बार भारत को ‘कंट्री ऑफ द ईयर’ का दर्जा मिला है। इसलिए यह बड़े गर्व का और देश के सर्वश्रेष्ठ नवाचार दिखाने तथा भारत की उभरती स्टार्ट-अप कम्युनिटी को वैश्विक अवसर वाले एक प्रामाणिक मंच पर विस्तारित करने के लिये बेहद महत्वपूर्ण मौका रहा।

ब्लूसेमी के संस्थापक एवं सीईओ सुनील मड्डीकतला ने कहा, “भारत के प्रतिनिधित्व का मौका मिलने से हम वाकई सम्मानित महसूस कर रहे हैं। हम बहुत खुश हैं कि भारत सरकार ने हमें उन कुछ एक कंपनियों में से एक के तौर पर चुना, जिन्हें विवा टेक के इंडियन पविलियन में अपने प्रमुख उत्पादों का प्रदर्शन करने का मौक़ा मिला। यह हमारे लिए सबसे अच्छा मौका था, क्योंकि हमारी मुख्य पेशकश ईवायवीए ग्राहकों तक पहुँचने से पहले यूरोप में पहली बार प्रस्‍तुत हुई। हमें विश्वास है कि इसके लॉन्च को दुनियाभर के ग्राहकों से अच्छा प्रतिसाद मिलेगा।”

इस आयोजन में दुनियाभर के देशों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के स्टार्ट-अप्स का प्रदर्शन, नवाचार की प्रदर्शनियाँ, कार्यशालाएं, पैनल चर्चाएं, सीईओ से बातचीत का आयोजन किया गया। 149 देशों से आए हुए लोगों को विश्व के शीर्ष वक्ताओं की बातें प्रत्यक्ष सुनने का मौक़ा मिला।